श्री कृष्ण कृपा धाम के संस्थापक ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री उम्मीदवार के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन यदि वह क्षेत्र से चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं, तो संतों का समुदाय योगी आदित्यनाथ को पूरे दिल से समर्थन देगा।
महंत मनमोहन दास ने कहा, हम चाहते हैं कि वह भगवान कृष्ण के शहर से वे चुनाव लड़ें। वृंदावन में श्री मलूक पीठ आश्रम के अध्यक्ष राजेंद्र दास महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अगर मथुरा से चुनाव लड़ा तो यह जनता के लिए गर्व की बात होगी।
उन्होंने कहा, हम उनकी जीत सुनिश्चित करेंगे क्योंकि वह खुद एक संत हैं।
इस बीच, संतों ने भी कृष्ण जन्मभूमि के मुद्दे पर कोई विरोध प्रदर्शन नहीं करने का फैसला किया है और वे अदालत में चल रही कानूनी लड़ाई का समर्थन करना जारी रखेंगे।
ज्ञानानंद महाराज ने कहा, हम अदालत के फैसले को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं और इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि यह स्थल वास्तव में उनका जन्मस्थान है।
उन्होंने कहा कि उन्होंने सरकार के साथ इस मामले पर अभी चर्चा नहीं की है क्योंकि अभी चुनाव नजदीक हैं।
मंगलवार को अलीगढ़ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि भगवान कृष्ण पिछली सरकार को समुदाय के लिए कुछ नहीं करने और जवाहर बाग हत्याकांड जैसी घटनाओं को होने देने के लिए सजा देंगे।
वहीं, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी टिप्पणी करते हुए कहा था कि उन्हें हर रात अपने सपनों में भगवान कृष्ण को देखा और देवता ने उन्हें बताया कि इस बार यूपी में सपा सरकार बनाएगी।
--आईएएनएस
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