मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के खरगौन जिले में फिर एक बार शिक्षा को शर्मसार कर देने वाली तस्वीरें सामने आई हैं. खरगौन में भी कक्षा पांचवी और आठवीं की बोर्ड परीक्षाएं संचालित की जा रही हैं. इसी दौरान खरगौन जिले के केंद्रों पर असुविधा के चलते बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बच्चे जमीन पर बैठकर परीक्षा दे रहे हैं और परीक्षा खत्म होने के बाद खुद बच्चे झाड़ू लगा रहे हैं. अब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
स्कूल परिसर में झाड़ू लगाती छात्रा का यह वीडियो मध्यप्रदेश की शिक्षा की स्थिति पर कई सवाल खड़े करता है. जहां हाथ में कॉपी किताब होनी चाहिए, वहां उनके हाथ में झाड़ू थमा दी गई हैं.
क्या है पूरा मामला?
खरगौन जिले के शासकीय हाई स्कूल, छोटी खरगौन में बच्चे असुविधा के बीच परीक्षा देने को मजबूर हैं. आरोप हैं कि बच्चों को स्कूल के बरामदे में ही बैठकर परीक्षा देनी पड़ी. परीक्षा देने के लिए ना अलग-अलग क्लास रूम की व्यवस्था थी और न ही कुर्सी-मेज. बच्चे जमीन पर बैठ परीक्षा देने को मजबूर हैं.
वहीं परीक्षा खत्म होने के बाद एक छात्रा झाड़ू लगाते दिखाई दी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. हालांकि मध्य प्रदेश से पहली बार स्कूलों की यह तस्वीरें सामने नहीं आई, इससे पहले भी कई बार स्कूल प्रशासन की लापरवाही साफ देखी गई है.
इस पूरे मामले पर खरगोन कलेक्टर शिवराज वर्मा ने कहा कि अगर इस तरह की कहीं भी परीक्षा केंद्रों पर और व्यवस्थाएं हो रही है तो हम इस मामले को देखेंगे. डीपीसी और जिला शिक्षा अधिकारी से बात कर आगे से किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा केंद्र पर असुविधा नहीं होने देंगे.
झाड़ू लगाते वीडियो पहले भी आए हैं सामने
मध्य-प्रदेश से पहली बार छात्रों की झाड़ू लगाते हुए वीडियो सामने नहीं आये हैं. तमाम जिलों, जैसे मंडला, कटनी, रीवा और अनूपपुर में बच्चों से झाड़ू और साफ- सफाई कराने का वीडियो सामने आया था. जहां मंडला जिले में कुछ बच्चियां क्लास रूम के बाहर झाड़ू लगाते हुए और वाइपर से पानी साफ करते हुए नजर आई थीं. वहीं मध्यप्रदेश के कटनी जिले में झाड़ू लगा रही छात्राओं का वीडियो वायरल हुआ. वायरल वीडियो के आधार पर कटनी कलेक्टर ने तीन लोगों को नोटिस जारी किया था.
रीवा जिले से वीडियो सामने आया जिसमें सरकारी स्कूल में छात्र और शिक्षक हर दिन साफ सफाई करने के लिए मजबूर दिखाई दिये थे. स्कूल में सफाई कर्मी न होने के चलते बच्चों को हर दिन खुद झाड़ू लगानी पड़ती. ऐसे ही एक मामला अनूपपुर ब्लॉक के शासकीय प्राथमिक विद्यालय पोड़ी चोड़ी विद्यालय का है. आरोप है कि यहां शिक्षक विद्यालय समयानुसार आने की बजाए अपनी मनमर्जी से आते है और शिक्षकों की हनक ऐसी है कि शिक्षकों के आने से पहले बच्चे विद्यालय पहुंचकर झाड़ू लगाकर साफ सफाई करते हैं.
(इनपुट- हर्षराज गुप्ता)
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