बेंगलुरु पुलिस ने तंजानिया मूल की एक छात्रा के साथ बदसलूकी करने के आरोप में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है.
ये घटना 31 जनवरी, 2016 की है, जब कुछ लोगों ने तंजानिया मूल की इस छात्रा के साथ बदसलूकी की.
तंजानिया के उच्चायुक्त जॉन किजाजी ने भारत सरकार से इस संबंध में कड़े कदम उठाने की अपील की है.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार को इस मामले को काफी शर्मनाक बताया था. उन्होंने कहा कि वे इस मामले से काफी आहत है.
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मामले पर कर्नाटक सरकार से तत्काल रिपोर्ट मांगी है. कर्नाटक में कांग्रेस के पार्टी इंचार्ज दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करके इस बारे में जानकारी दी.
आखिर क्या है मामला
बेंगलुरु में 31 जनवरी, 2016 की रात को एक कार द्वारा महिला को कुचले जाने के बाद आक्रोशित भीड़ ने गलती से तंजानिया की एक छात्रा की कथित रूप से पिटाई की और उसके कपड़े फाड़ दिए.
बेंगलुरु के ‘आफ अफ्रीकन स्टूडेंट्स यूनियन’ के अनुसार, रविवार की रात दुर्घटनास्थल पर पहुंचने पर भीड़ ने कार रोकी और अपने तीन दोस्तों के साथ गाड़़ी में बैठी 21 वर्षीय तंजानियाई छात्रा को कार से बाहर निकाला.
यूनियन के कानूनी सलाहकार बोस्को कावीसी ने बताया कि इसके बाद भीड़ के एक वर्ग ने उसके कपड़े फाड़ दिए और महिला को धीमी रफ्तार से चलती कार से बाहर खींचा गया.
पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा गया कि पुलिस के पास जाने पर उन्हें कोई खासी मदद नहीं मिली.
तंजानिया मूल की छात्रा ने घटना के दो दिन बाद इस बारे में शिकायत दर्ज कराई है, जबकि मामला रविवार का है. बेंगलुरु पुलिस के डीजीपी और आईजीपी घटनास्थल की जांच कर रहे हैं.
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