पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अनशन के चौदहवें दिन उन्हें सांस लेने में शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अस्पताल में भर्ती हार्दिक ने कहा है.
अभी तक बीजेपी वाले किसान और उनके समुदाय की मांग को लेकर तैयार नहीं हैं.
इससे पहले हार्दिक ने अपनी नाराजगी जताते हुए लिखा, 'अगर मैं मर जाऊं, तो भी उनको (BJP) क्या फर्क पड़ेगा?'
हार्दिक पटेल बीते 25 अगस्त से किसानों की कर्जमाफी, सरकारी नौकरियों और शिक्षा के क्षेत्र में ओबीसी कोटे के तहत पटेलों को आरक्षण दिए जाने की मांग को लेकर अनशन पर बैठे हैं.
हार्दिक को मिला इन नेताओं का साथ
हार्दिक पटेल को यशवंत सिन्हा, अरविंद केजरीवाल से लेकर अखिलेश यादव तक तमाम नेताओं का साथ मिल रहा है. पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने बीते मंगलवार को हार्दिक पटेल से मुलाकात की थी. सिन्हा ने कहा कि वे पटेलों के लिए आरक्षण और किसानों के कर्ज माफ करने को लेकर जारी उनके आंदोलन को राष्ट्रीय स्तर पर ले जाएंगे.
यशवंत सिन्हा ने कहा:
केंद्र और राज्य की सरकारों को छोड़कर बाकी पूरा देश हार्दिक के अनशन से हिल उठा है. हार्दिक ने किसानों का जो मुद्दा उठाया है, वह सिर्फ गुजरात तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे देश के लिए प्रासंगिक है. किसान गहरी पीड़ा में हैं और इस स्थिति को एक स्थायी समाधान की जरूरत है. मैं विपक्ष सहित हर किसी से अपील करता हूं कि किसानों के मुद्दों को देशभर में उठाया जाए.
यशवंत सिन्हा ने बीते अप्रैल महीने में बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था. सिन्हा ने कहा कि हार्दिक की मांगों को उनका पूरा समर्थन है.
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