कर्नाटक हिजाब विवाद (Hijab Row) पर अल कायदा (Al Qaeda) प्रमुख अयमान अल जवाहिरी के बयान के वाद मुस्कान खान के पिता मोहम्मद हुसैन ने कहा कि हम नहीं जानते कि वह कौन है और वह मेरे देश के मुद्दे में क्यों शामिल है?
मुस्कान के पिता मोहम्मद हुसैन ने कहा कि उन्हें इस मुद्दे के बारे में बुधवार की दोपहर में ही पता चला. उन्होंने कहा मैं यह भी नहीं जानता कि वह कौन है. किसी दूसरे मुल्क के व्यक्ति द्वारा मेरी बेटी का नाम लेना गलत है. मैं अपने देश में खुश हूं. हमें अपने देश के मुद्दों के बारे में बोलने के लिए अल कायदा की जरूरत नहीं है. वे हमारी शांति भंग कर रहे हैं.
हुसैन ने ये भी कहा कि मैं मांड्या में पैदा हुआ था. हम यहां भाइयों की तरह रह रहे हैं. घटना नहीं होनी चाहिए थी और अब हमें शांतिपूर्ण जीवन जीने नहीं दिया जा रहा है. सरकार को मामले की जांच करनी चाहिए और देखना चाहिए कि समाज में असामंजस्य पैदा करने में कौन शामिल हैं?
हुसैन ने कहा कि उसने मुस्कान के साथ अल जवाहिरी का वीडियो साझा किया था, और वह भी परेशान थी. वह अपनी शिक्षा को लेकर चिंतित है.
हुसैन ने कहा कि उनकी बेटी अपनी परीक्षा नहीं दे पाई थी, क्योंकि कॉलेज के अधिकारियों ने हिजाब पहनने के कारण उसे प्रवेश देने से इनकार कर दिया था. वह अगले साल अपनी पढ़ाई जारी रखेगी. उन्होंने कहा कि मैं उसे वहीं रखूंगा जहां हिजाब की अनुमति होगी.
इस बीच, कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने बुधवार को कहा कि अल जवाहिरी द्वारा जारी किया गया वीडियो हिजाब विवाद में अलकायदा की साजिश है.
दरअसल, अल कायदा प्रमुख अयमान जवाहिरी ने मंगलवार को अल कायदा के मुखपत्र अस-साहब मीडिया द्वारा जारी एक वीडियो में मांड्या के छात्र मुस्कान खान की प्रशंसा की है, जिन्होंने इस फरवरी में भगवा शॉल में पुरुषों के एक समूह द्वारा परेशान किए जाने के बाद अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाए थे.
बता दें, बीकॉम की द्वितीय वर्ष की छात्रा मुस्कान मांड्या अपने पीईएस कॉलेज में असाइनमेंट जमा करने आई थी, तभी उसके साथ मारपीट की गई थी.
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