हैदराबाद के एक स्कूल में टीचर ने 11 साल की लड़की को सजा के तौर पर बॉयज टॉयलेट में खड़े होने का आदेश दिया. इस बच्ची का कसूर इतना था कि वो स्कूल यूनिफॉर्म में नहीं आई थी.
बच्ची का कहना है कि मैंने टीचर को बताया था कि मेरी मां ने स्कूल यूनिफॉर्म साफ कर दिया है, वो सूख नहीं पाया था, इसलिए मुझे दूसरे कपड़ों में आना पड़ा, लेकिन टीचर ने मेरी बात नहीं सुनी और मुझे ऐसी सजा दी.
मीडिया में सामने आने के बाद ये मामला अब तूल पकड़ने लगा है. घरवालों ने टीचर के खिलाफ केस दर्ज कर जांच की मांग की है. वहीं इस घटना के बाद बच्ची सहमी हुई है, यहां तक कि वो स्कूल जाने से कतरा रही है. बच्ची के परिवारवालों का कहना है कि बच्ची बस यही कह रही है कि मुझे स्कूल नहीं जाना है.
पिछले कुछ दिनों से स्कूलों में बच्चों के साथ हो रहे अत्याचार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. 8 सितंबर को गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में एक बच्चे की बेरहमी से हत्या कर दी गई, तो वहीं 9 सितंबर को दिल्ली के एक स्कूल में 5 साल की बच्ची से स्कूल के ही चपरासी ने रेप किया.
पैरेंट्स अपने बच्चों को बेहतर भविष्य बनाने के लिए स्कूल भेजते हैं, लेकिन आजकल स्कूल ही बच्चों के लिए असुरक्षित होते जा रहे हैं.
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