म्यांमार के करीब 19 पुलिसवालों के भारतीय सीमा में एंट्री करने की खबर है. म्यांमार की सेना द्वारा आंग सान सू की सरकार को सत्ता से बेदखल करने के एक महीने के बाद खबर है कि करीब 19 पुलिस अफसर भारतीय सीमा में घुसकर मिजोरम में शरण ले चुके हैं. बता दें कि मिजोरम की सीमा म्यांमार से सटी हुई है.मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत आने वाले पुलिस कर्मी निचली रैंक के हैं और उनके पास किसी तरह के हथियार भी नहीं थे.
बता दें कि म्यांमार में पिछले महीने सेना ने तख्तापलट किया था. म्यांमार में बुधवार को सुरक्षाबलों की गोलीबारी में करीब 38 प्रदर्शनकारी मारे गए. जिसके बाद म्यांमार में तेजी से बिगड़ती स्थिति पर चर्चा के लिए ब्रिटेन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक का आह्वान किया है.
म्यांमार में संयुक्त राष्ट्र की दूत क्रिस्टीन श्रानेर बर्जनर ने मीडियाकर्मियों को बताया कि बुधवार को 38 प्रदर्शनकारियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई, कई शहरों में लोकतंत्र की वापसी की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर गोली चला दी.
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि उनका देश बर्मा की सेना द्वारा अपने ही लोगों के खिलाफ की गई क्रूर हिंसा को देखकर व्यथित है.
प्राइस ने चीन से हिंसा को रोकने और संसदीय लोकतंत्र की वापसी का मार्ग प्रशस्त करने के लिए बर्मा की सेना जुंटा पर जोर डालने के लिए कहा. प्राइस ने एक बयान में कहा, "चीन का क्षेत्र में प्रभाव है. इसका जुंटा पर प्रभाव है. हमने चीन से आह्वान किया है कि वह रचनात्मक तरीके से उस प्रभाव का इस्तेमाल करे, इस तरह से प्रभाव का इस्तेमाल करें जो बर्मा (म्यांमार) के लोगों के हितों को आगे बढ़ाए.
भारत की सीमा से सटे म्यांमार के सगाइंग क्षेत्र की राजधानी मोनीवा में उस समय सबसे ज्यादा तबाही मची, जब सुरक्षाबलों ने कम से कम सात प्रदर्शनकारियों को गोली मार दी. गंभीर रूप से घायल प्रदर्शनकारियों को देखने वाले एक डॉक्टर ने कहा कि सबको लाइव अम्युनिशन से शूट किया गया और कम से कम सात मरे हैं.
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