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खाना लाने में देरी को लेकर शुरू हुई बहस, दो दलित लड़कों से मारपीट

दो लड़कों से मारपीट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है

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गुजरात के अहमदाबाद में दो दलित लड़कों से मारपीट का मामला सामने आया है. अहमदाबाद में साबरमती टोल नाका क्षेत्र में दोनों लड़के खाना खाने गए थे, जब कुछ लोगों ने उनके साथ मारपीट की और उनके कपड़े फाड़ दिए. ये घटना 3 नवंबर, शाम की बताई जा रही है.

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इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हो गया है, जिसमें कुछ लोगों को लड़कों से बेरहमी से मारपीट करते हुए देखा जा सकता है.

दोनों घायल लड़कों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिसमें से एक की हालत गंभीर बनी हुई है. लड़के के सिर में गहरी चोट आई है.

ऑर्डर में देरी के कारण शुरू हुई बहस

साबरमती टोल नाका के पास सड़क किनारे होटल में प्रग्नेश और जयेश परमार, रविवार को खाना खाने गए थे.

ऑर्डर में देरी को लेकर होटल के मालिक और दोनों में बहस शुरू हो गई. होटल के मालिक, महेश ठाकोर ने पास से अपने परिवार और दोस्तों को बुलाया लिया. इसके बाद होटल मालिक और लोगों ने मिलकर दोनों लड़कों के कपड़े फाड़ दिए और उनकी बेरहमी से पिटाई की.

प्रग्नेश को गंभीर चोटे आईं हैं. उन्हें असरवा के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

जिग्नेश मेवाणी ने दी गुजरात बंद की धमकी

वडगाम से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने भी इस वीडियो को अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है. मेवाणी ने लिखा है कि अगर पुलिस मारपीट करने वाले लोगों को 24 घंटे में गिरफ्तार नहीं करती है, तो वो गुजरात बंद का आह्वान करेंगे.

पुलिस ने दर्ज किया केस

राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच के दलित एक्टिविस्ट सुबोध परमार ने द क्विंट से कहा,

‘होटल मालिक ने अपने कस्टमर्स, जो कि दलित थे, उनसे बदतमीजी से बात की. चीजें हाथ से निकल गईं और वो पीड़ितों पर जाति को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने लग गए और उनसे मारपीट शुरू कर दी. ठाकोर का इतिहास हिंसक रहा है, वहां आसपास के लोग ये अच्छे से जानते हैं. उसे गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन वीडियो में दिखाई दे रहा एक दूसरा शख्स अभी भी गायब है.’

द क्विंट ने साबरमती पुलिस स्टेशन के इंचार्ज, पुलिस इंस्पेक्टर आरएच वाला से भी बात की, जिन्होंने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है. उन्होंने कहा, 'ठाकोर को गिरफ्तार कर लिया गया है और हमने सेक्शन 307 (हत्या की कोशिश) और एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है. ये पूरा मामला खाना लाने में देरी के कारण मामूली बात पर शुरू हुआ था. इसके पीछे मकसद पीड़ित की जाति का अपमान करना नहीं था. हालांकि, चीजें हाथ से निकल गईं और ठाकोर और उसके रिश्तेदार शंकर ने प्रग्नेश पर हमला कर दिया. हम शंकर के साथ अन्य आरोपियों की तलाश कर रहे हैं.'

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