2 जी स्पेक्ट्रम घोटाला सामने आने के बाद टेलीकॉम मंत्री रहे कपिल सिब्बल ने कहा सीबीआई अदालत का फैसला उनकी नैतिक जीत है. सिब्बल ने कहा बीजेपी को अब कांग्रेस और उनसे माफी मांगना चाहिए.
क्या थी कपिल सिब्बल की ‘जीरो लॉस’ थ्योरी?
मनमोहन सिंह की यूपीए सरकार में दूरसंचार मंत्री रहे कपिल सिब्बल ने एक ‘जीरो लॉस’ थ्योरी दी थी जो उन दिनों सुर्खियों में रही. सिब्बल ने कहा था स्पेक्ट्रम आवंटन से सरकार के खजाने को कोई नुकसान नहीं हुआ था.
2जी स्पेक्ट्रम 'पहले आओ पहले पाओ' के आधार पर वितरित किए गए और यह नीति एनडीए सरकार की है. हमने उसी नीति का पालन किया है। इसमें घाटा होने का कोई सवाल ही नहीं है।
सिब्बल की दलील थी कि नीति चूंकि बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार की है तो घाटा भी पहले से हो रहा है. यानी उसके लिए एनडीए सरकार भी जिम्मेदार है।
2010 में आई सीएजी रिपोर्ट में कहा गया था कि साल 2008 में 2जी स्पेक्ट्रम की नीलामी न होने से सरकारी खजाने को एक लाख 76 हजार करोड़ रुपये का घाटा हुआ. सिब्बल ने इसी रिपोर्ट को आधारहीन करार देते हुए 'जीरो लॉस' की बात कही थी।
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