भारत में कोरोनावायरस संक्रमित मरीजों के लगातार बढ़ते आंकड़ों के बीच देश की 51 स्टार्टअप कंपनियों ने प्रधानमंत्री और स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ-साथ राज्य सरकारों और कई सरकारी निकायों से दो-तीन हफ्ते के लिए प्रमुख शहरों में लॉकडाउन यानी तालाबंदी लागू करने की गुजारिश की है. इस बाबत इन कंपनियों ने डेटा पर आधारित एक रिपोर्ट जारी की है.
'90 दिनों में 5 गुना ज्यादा जिंदगियां बचाई जा सकती हैं'
स्टार्टअप संस्थापकों और निवेशकों के एक ग्रुप की इस रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि भारत के बड़े शहरों में इस हफ्ते लॉकडाउन और धारा 144 सख्त रूप से लागू कर देना चाहिए. रिपोर्ट में कहा गया है, "हमारे डेटा मॉडलिंग का सुझाव है कि अभी लागू किया गया लॉकडाउन 30 दिनों के बाद किए गए लॉकडाउन की तुलना में महज 90 दिनों में 5 गुना ज्यादा जिंदगियां बचाने में मदद कर सकती है,"
इन 51 कंपनियों में अर्बन कंपनी, बाउंस, उद्यम लर्निंग फाउंडेशन, क्रेड, रेड बस, स्नैपडील, माईगेट, वोकल, अनएकेडमी, 1MG, जैसे स्टार्टअप्स के साथ-साथ मैट्रिक्स पार्टनर्स, एक्सेल पार्टनर्स, कलारी कैपिटल जैसे इन्वेस्टर्स भी शामिल हैं.
दूसरे देशों का उदाहरण
रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया है कि जिन देशों ने कोरोनावायरस से निपटने के लिए जल्दी और दृढ़ता से काम किया जैसे- दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और जापान, वे स्थिति को काबू करने में सक्षम हैं और वहां COVID-19 के मामलों में गिरावट आई है. इसकी तुलना में जिन देशों ने तुरंत कदम उठाने में देरी की, जैसे - ईरान, इटली, फ्रांस और अमेरिका, वहां कोरोना का संक्रमण नियंत्रण से बाहर होता गया.
इन कंपनियों ने मई महीने में एक और योजनाबद्ध लॉकडाउन का सुझाव भी दिया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि शुरुआती प्रतिबंध हटाए जाने के बाद दोबारा संक्रमण ना फैले.
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