ADVERTISEMENTREMOVE AD

2G स्पेक्ट्रम मामला-  आरोपी राजनेता और ब्यूरोक्रेट्स, जो अब छूट गए

राजनेता, ब्यूरोक्रेट, कॉरपोरेट और मीडिया टू जी स्पेक्ट्रम मामले में सब कुछ था

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

टू जी स्पेक्ट्रम मामले में सब कुछ था राजनेता, ब्यूरोक्रेट, कॉरपोरेट और मीडिया. लेकिन इसके साथ इसमें शामिल थी अकल्पनीय रकम और भयंकर शोर. जानकारों की मानें तो इसी वजह से मनमोहन सिंह की यूपीए सरकार और कांग्रेस को भारी राजनीतिक नुकसान हुआ सरकार भी चली गई. पर आखिर में फैसला आया तो जस्टिस ओ पी सैनी की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने सब के सब आरोपियों को बरी कर दिया, कहा सबूतों में दम नहीं. पूर्व टेलीकॉम मंत्री ए राजा इसी मामले में जेल गए, डीएमके सांसद कनिमोझी भी जेल गई, अब सब छूट गए हैं.

स्पेक्ट्रम मामला 2009 के जब सामने आया तो उसका सूत्रधार होने के आरोप ए राजा पर लगे. वो उस डीएमके के उभरते सितारे थे और प्रमुख दलित चेहरे थे. तमिलनाडु और डीएमके की राजनीति में उनका दबदबा बढ़ रहा था. कहा तो ये भी जाता है कि डीएमके ने दबाव डालकर ए राजा को टेलीकॉम मंत्रालय दिलवाया.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

डीएमके की राज्यसभा सांसद और कनिमोझी करुणानिधि भी छूट गई हैं. कनिमोझी डीएमके प्रमुख करुणनिधि की बेटी हैं. वह कलैनार टीवी की प्रोमोटर थीं.

ब्यूरोक्रेट्स

सिद्धार्थ बेहुरा

ADVERTISEMENTREMOVE AD

कॉरपोरेट के दिग्गज

शाहिद बलवा

विनोद गोयनका

संजय चंद्रा

ADVERTISEMENTREMOVE AD

सूरेंद्र पीपरा

ADVERTISEMENTREMOVE AD

आसिफ बलवा

ADVERTISEMENTREMOVE AD

करीम मोरानी

शरद कुमार,डायरेक्टर/प्रमोटर कलैनार टीवी प्राइवेट लिमिटेड

ADVERTISEMENTREMOVE AD

रवि कांत रुइया

ADVERTISEMENTREMOVE AD

कंपनियां

स्नैपशॉट

रिलायंस टेलीकॉम

स्वान टेलीकॉम

यूनिटेक वायरलेस लिमिटेड

लूप टेलीकॉम प्राइवेट लिमिटेड

लूप मोबाइल लिमिटेड

एस्सार टेलीहोल्डिंग लिमिटेड

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×