स्पेक्ट्रम मामला 2009 के जब सामने आया तो उसका सूत्रधार होने के आरोप ए राजा पर लगे. वो उस डीएमके के उभरते सितारे थे और प्रमुख दलित चेहरे थे. तमिलनाडु और डीएमके की राजनीति में उनका दबदबा बढ़ रहा था. कहा तो ये भी जाता है कि डीएमके ने दबाव डालकर ए राजा को टेलीकॉम मंत्रालय दिलवाया.
डीएमके की राज्यसभा सांसद और कनिमोझी करुणानिधि भी छूट गई हैं. कनिमोझी डीएमके प्रमुख करुणनिधि की बेटी हैं. वह कलैनार टीवी की प्रोमोटर थीं.
ब्यूरोक्रेट्स
सिद्धार्थ बेहुरा
कॉरपोरेट के दिग्गज
शाहिद बलवा
विनोद गोयनका
संजय चंद्रा
सूरेंद्र पीपरा
आसिफ बलवा
करीम मोरानी
शरद कुमार,डायरेक्टर/प्रमोटर कलैनार टीवी प्राइवेट लिमिटेड
रवि कांत रुइया
कंपनियां
रिलायंस टेलीकॉम
स्वान टेलीकॉम
यूनिटेक वायरलेस लिमिटेड
लूप टेलीकॉम प्राइवेट लिमिटेड
लूप मोबाइल लिमिटेड
एस्सार टेलीहोल्डिंग लिमिटेड
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