आपके आधार डेटा की गोपनीयता के बारे में एक और खुलासा हुआ है, जिसे जानकार आपकी चिंता बढ़ सकती है. एक साधारण से गूगल सर्च की बदौलत आप कई लोगों के आधार से जुड़ी जानकारी देख सकते हैं.
इन जानकारियों में उनके नाम, पता, आधार संख्या, जन्मतिथि और तस्वीर शामिल हैं, जिन्हें बिना किसी ठोस वजह के इंटरनेट पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध करवा दिया गया है. हालांकि शुक्र है कि इसमें बॉयोमीट्रिक विवरण उपलब्ध नहीं हैं.
विडंबना यह है कि आधार का जो टैगलाइन है, 'मेरा आधार मेरी पहचान', अगर आप इसी को गूगल पर टाइप करते हैं, तो सर्च रिजल्ट में गूगल कई आधार डेटा का खुलासा कर देती है. जिन वेबसाइट ने आधार डेटा को सार्वजनिक तौर पर अपलोड किया है, उनमें शामिल हैं:
- इंडियन नेशनल सेंटर फॉर ओशेन इन्फॉर्मेशन सर्विसेस की आधिकारिक सरकारी वेबसाइट (www.incois.gov.in)
- ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन की आधिकारिक वेबसाइट (www.the-aiff.com)
- हैदराबाद में मौजूद एक प्राइवेट कंपनी स्टारकार्ड्स इंडिया की वेबसाइट (http://starcardsindia.com). ये कंपनी पेमेंट गेटवे सेवा, मोबाइल ऐप डेवलपमेंट और मोबाइल ऐप डिजाइन करने का काम करती है.
इस तरह हासिल हो जाएगी आधार डिटेल
अगर आप भी इस खबर की पड़ताल करना चाहते हैं, तो नीचे लिखे तरीकों को अपनाकर देखिए कि कितनी आसानी से आप कई अनजान लोगों की आधार से जुड़ी जानकारी पल भर में हासिल कर सकते हैं.
- स्टेप 1: गूगल पर टाइप कीजिए "mera aadhaar meri pehchan filetype:pdf"
- स्टेप 2: सर्च रिजल्ट में कई पीडीएफ फाइल दिखेंगी, उनमें से किसी एक में क्लिक कीजिए
- स्टेप 3: 'डाउनलोड पीडीएफ' पर क्लिक कीजिए
- स्टेप 4: अजनबी लोगों की आधार डिटेल आपके डेस्कटॉप पर सेव हो गई
इन जानकारियों में आपको लोगों के नाम, आधार नंबर, पिता का नाम, पता, जन्मतिथि और तस्वीर दिखाई देंगे.
ट्विटर पर फूटा लोगों का गुस्सा
इसी मुद्दे पर मनीलाइफ में छपे एक आर्टिकल के बाद सोशल मीडिया में लोग इस बारे में अपनी चिंता और गुस्से का इजहार कर रहे हैं.
बड़े सवाल
इस खुलासे के बाद उपजने वाले कुछ चिंताजनक सवाल बेहद अहम हैं, अगर इन वेबसाइट्स (सरकारी साइट सहित) ने जानबूझकर इन लोगों के आधार डिटेल ऑनलाइन अपलोड किए हैं:
- इस सूचना को ऑनलाइन अपलोड करके, इंटरनेट कनेक्शन वाले किसी भी व्यक्ति के लिए दुनिया में कहीं भी पहुंचाने के मकसद क्या है?
- क्या इन लोगों से पूछा गया कि क्या अपने आधार डिटेल को सार्वजनिक रूप से ऑनलाइन अपलोड किए जाने पर उन्हें कोई दिक्कत तो नहीं? क्या ये लोग इस बारे में जानते भी हैं?
- अगर इन लोगों की रजामंदी नहीं ली गई है, तो क्या यह व्यक्ति की गोपनीयता का उल्लंघन नहीं है? आखिरकार ये उनके निजी सूचनाएं हैं.
अगर संबंधित वेबसाइट (सरकारी साइट सहित) को पता नहीं है कि इन लोगों के आधार डिटेल सार्वजनिक रूप से ऑनलाइन उपलब्ध हैं:
- वो कौन सी वजह थी कि इन लोगों के आधार डिटेल को वेबसाइट्स पर अपलोड किया गया? ऐसा करके वे क्या करने की कोशिश कर रहे थे?
अगर किसी सरकारी वेबसाइट (www.incois.gov.in) में भी ये काम अनजाने में हो गया है, तो क्या सरकारी तंत्र केअंदर भी इस बात की जागरूकता की कमी है, कि लोगों के निजी डेटा और आधार डिटेल्स की हिफाजत कैसे की जाती है?
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