कोलकाता के जादवपुर यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को बॉलीवुड डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘बुद्धा इन ए ट्रैफिक जाम’ की स्क्रीनिंग को लेकर लेफ्ट और अखिल भारतीय विधार्थी परिषद (ABVP) के छात्र आपस में भिड़ गए.
अपनी फिल्म की स्क्रीनिंग के लिए डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री जादवपुर यूनिवर्सिटी पहुंचे थे जहां छात्रों ने उनकी कार रोक ली. इस बीच उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा. अग्निहोत्री के मुताबिक छात्रों ने उनके साथ धक्का मुक्की भी की.
फिल्म स्क्रीनिंग के दौरान चलता रहा हंगामा
जादवपुर यूनिवर्सिटी में यह हंगामा विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘बुद्धा इन ए ट्रैफिक जाम’ की स्क्रीनिंग के बाद हुआ. इससे पहले फिल्म के 20 मिनिट के प्रदर्शन के बाद ही यूनिवर्सिटी में हंगामा शुरू हो गया था जो फिल्म के दौरान चलता ही रहा. इस दौरान लेफ्ट और एबीवीपी के छात्र आपस में भिड़ गए, जिसमें कई छात्रों को मामूली तौर पर चोटें भी आई हैं.
ऑडीटोरियम नहीं मिला तो खुले में दिखाई फिल्म
सरकार द्वारा संचालित यूनिवर्सिटी के त्रिगुणा सेन ऑडीटोरियम में होने वाली फिल्म की स्क्रीनिंग को रद्द कर दिया गया था, जिसके बाद निर्देशक अग्निहोत्री ने दूसरे छात्र संगठनों के सहयोग से यूनिवर्सिट कैंपस के भीतर ही ओपन एरिया में फिल्म की स्क्रीनिंग की.
छात्रों ने बैडशीट की व्यवस्था की थी, जिस पर हमने फिल्म की स्क्रीनिंग की. कई छात्रों ने फिल्म देखी और उन्हें महसूस हुआ कि फिल्म में ऐसा कुछ भी नहीं है जैसा वे सोच रहे थे. यह वास्तविकता से जुड़ी फिल्म है.विवेक अग्निहोत्री, फिल्म निर्माता
छात्रों ने कहा विभाजनकारी है फिल्म
प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा कि वे इस फिल्म की स्क्रीनिंग का विरोध नहीं कर रहे है, लेकिन फिल्म का सब्जेक्ट “विभाजनकारी” है इसलिए वह इस फिल्म और इसमें एक्टिंग करने वाले अनुपम खेर के खिलाफ विरोध कर रहे हैं.
जेएनयू में जो भी हुआ उसे लेकर अनुपम खेर ने जो बयानबाजी की उससे हम सभी वाकिफ हैं. उन्होंने ऐसी फिल्म में काम किया है जिसका सब्जेक्ट लोगों को बांटने वाला है. हम इसी को लेकर विरोध कर रहे हैं.सौनक मुखर्जी, छात्रा
बीजेपी नेता को यूनिवर्सिटी में घुसने से रोका
यूनिवर्सिटी की कुछ छात्राओं ने आरोप लगाया कि फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान कुछ बाहरी तत्वों ने उनके साथ छेड़छाड़ की. आरोपी चार युवकों को यूनिवर्सिटी के छात्रों ने पकड़कर कुलपति को सौंप दिया.
मामले की खबर पाकर बीजेपी नेता रूपा गांगुली यूनिवर्सिटी कैंपस पहुंचीं और उन चार युवकों को उन्हें सौंपे जाने की मांग करने लगीं जिन्हें बाद में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पुलिस को सौंप दिया. गांगुली का कहना था कि पकड़े गए युवकों को गलती से आरोपी बना दिया गया है. रूपा गांगुली के साथ पहुंचे कार्यकर्ताओं के हंगामा करने पर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने रूपा गांगुली के यूनिवर्सिटी कैंपस में घुसने पर रोक लगा दी.
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