महाराष्ट्र (Maharashtra) में रविवार (2 जुलाई) को बड़ा सियासी उलटफेर हुआ, जिसमें एनसीपी नेता अजित पवार अपने समर्थक विधायकों के साथ राज्य की एनडीए सरकार में शामिल हो गये. अजित पवार को महाराष्ट्र में डिप्टी सीएम बनाया गया तो वहीं, उनके साथ आए आठ विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गयी. इसमें अदिति तटकरे भी शामिल है. वो राज्य में एकमात्र महिला मंत्री हैं, आइये आपको अदिति तटकरे के बारे में बताते हैं-
कौन हैं अदिति तटकरे ?
अदिति तटकरे एनसीपी के वरिष्ठ नेता व रायगढ़ से सांसद सुनील तटकरे की बेटी हैं. वो 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पहली बार श्रीवर्धन सीट से जीतकर विधायक बनीं. अदिति महाराष्ट्र के रोहा शहर से संबंध रखती हैं. उन्होंने 26 नवंबर 2019 को पहली बार विधायक पद की शपथ ली थी. वो महाविकास अघाड़ी सरकार में भी मंत्री रह चुकी हैं.
कैसा रहा राजनीतिक सफर?
अदिति साल 2017 से 2019 तक रायगढ़ जिला परिषद की अध्यक्ष रहीं. वो 30 दिसंबर, 2019 से 29 जून 2022 तक महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार में मंत्री थी. तटकरे ने पर्यटन, सूचना और जनसंपर्क, कानून और न्यायपालिका सहित कई विभागों को संभाला है.
शिंदे सरकार में पहली महिला मंत्री बनीं अदिति
शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में कोई महिला मंत्री नहीं होने के कारण आलोचना का सामना करना पड़ता रहा है. पिछले साल अगस्त में जब शिंदे ने अपने मंत्रिपरिषद का विस्तार किया था, तो कई वरिष्ठ महिला प्रतिनिधियों के नामों पर चर्चा हुई, लेकिन उनमें से किसी को भी कैबिनेट में जगह नहीं मिली. अब अदिति तटकरे शिंदे-फडणवीस सरकार में पहली महिला मंत्री बन चुकी हैं.
कौन-कौन बना मंत्री?
अदिति के अलावा छगन भुजबल, हसन मुश्रीफ, दिलीप वाल्से पाटिल, धनंजय मुंडे, अनिल भाईदास पाटिल, बाबूराव अत्रम और संजय बनसोडे ने मंत्री पद की शपथ ली.
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