निर्भया मामले में सीनियर एडवोकेट इंदिरा जयसिंह का बड़ा बयान सामने आया है. सीनियर एडवोकेट इंदिरा जयसिंह ने ट्वीट करते हुए आशा देवी से अपील की थी कि उन्होंने राजीव गांधी हत्या मामले में सोनिया गांधी का उदाहरण लेते हुए दोषियों को माफ करना चाहिए.
सीनियर एडवोकेट इंदिरा जयसिंह ने कहा कि , ‘’मैं आशा देवी का दर्द पूरी तरह से समझती हूं. फिर भी मैं उनसे अपील करती हूं कि वह सोनिया गांधी के उदाहरण का अनुसरण करें, जिन्होंने नलिनी को माफ कर दिया और कहा कि वह उनके लिए मृत्युदंड नहीं चाहतीं. हम आपके साथ हैं, पर मृत्युदंड के खिलाफ हैं.
बच्ची की मौत का मजाक न बनाएं
निर्भया के दोषियों को फांसी में होने वाली देरी से निर्भया की मां आशा देवी निराश हो गई हैं, उन्होंने पीएम मोदी से अपील करते हुए कहा था कि मैं मोदी जी से हाथ जोड़कर कहना चाहती हूं कि 2014 में आपने कहा था ‘बहुत हुआ नारी पर वार’ अबकी बार मोदी सरकार, प्रधानमंत्री जी एक बच्ची की मौत के साथ मजाक न होने दें. चारों दोषियों को 22 तारीख को फांसी पर लटकाएं और दिखाएं की हम नारी पर अत्याचार नहीं होने देंगे. आशा देवी ने कहा
मैं कभी राजनीति की बात नहीं करती थी. मैं हाथ जोड़कर सबसे इंसाफ मांगा, लेकिन आज मैं जरूर कहूंगीं कि जब 2012 में वो घटना हुई थी इन्हीं लोगों ने काली पट्टी बांधकर हाथ में तिरंगा कर महिलाओं की सुरक्षा के लिए खूब नारे लगाए. आज यही लोग उस बच्ची की मौत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. कोई कह रहा है आप ने रोक दिया कोई कह रहा है मुझे पुलिस दे दीजिए मैं दो दिन में फांसी दिलाऊंगां. मैं ये कहूंगीं कि दो लोगों के बीच मैं पीस रही हैं.आशा देवी
गैंगरेप के चार दोषियों- विनय, अक्षय, मुकेश सिंह और पवन गुप्ता को 22 जनवरी को फांसी होनी थी, बता दें कि मुकेश की दया याचिका राष्ट्रपति ने शुक्रवार को खारिज कर दी थी. इसके बाद कोर्ट ने 17 जनवरी को फिर से डेथ वारंट जारी किया है, जिसके मुताबिक अब दोषियों को 1 फरवरी सुबह 6 बजे फांसी दी जाएगी.
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