अटॉर्नी जनरल (AG) केके वेणुगोपाल ने कहा है कि उन्होंने भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) रंजन गोगोई के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले पर सुप्रीम कोर्ट के जजों को लेटर लिखा था.
वेणुगोपाल ने शुक्रवार को बताया कि उन्होंने इस लेटर में मामले के आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जजों की कमेटी बनाने की मांग की थी.
इस्तीफे की अटकलों वाली खबर को AG ने किया खारिज
न्यूज पोर्टल द वायर ने शुक्रवार को अपनी एक रिपोर्ट में लिखा था कि CJI के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले पर AG और केंद्र सरकार के बीच मतभेद बढ़ गए हैं. उसने सूत्रों के हवाले से लिखा था कि AG अगले कुछ दिनों में इस्तीफा दे सकते हैं.
इस रिपोर्ट को लेकर AG ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, ''द वायर की खबर पूरी तरह से गलत है सिवाय इसके कि मैंने एक लेटर लिखा था और स्पष्टीकरण दिया था.''
AG वेणुगोपाल ने कहा, ‘’मैं स्वीकार करता हूं कि मैंने सुप्रीम कोर्ट के 3 रिटायर्ड जजों की कमेटी गठित करने की मांग वाला लेटर आंतरिक समिति के गठन के पहले लिखा था.’’ वेणुगोपाल ने बताया कि उन्होंने यह लेटर 22 अप्रैल को लिखा था.
इसके साथ ही वेणुगोपाल ने बताया कि उन्होंने इस मामले पर स्थिति साफ करते हुए दूसरा लेटर भी लिखा था. इस स्पष्टीकरण में AG ने बताया था कि उन्होंने पहला लेटर बार के वरिष्ठ सदस्य की हैसियत से लिखा था, जिसके पास 65 साल का अनुभव है.
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