अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉफ्टर डील के कथित बिचौलिये क्रिश्चियन जेम्स मिशेल को मंगलवार को देर रात भारत ले आया गया. मिशेल को मंगलवार रात पौने ग्यारह बजे रॉ के विमान से दुबई से नई दिल्ली लाया गया. कहा जा रहा है कि इस ऑपरेशन को खुद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के नेतृत्व में अंजाम दे रहे थे और अंतरिम सीबीआई डायरेक्टर इसे को-ऑर्डिनेट कर रहे थे.
मिशेल के प्रत्यर्पण पर क्या बोले BJP चीफ अमित शाह?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मिशेल को प्रत्यर्पित कर भारत भेजने के लिए उसे मंगलवार को दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट ले जाया गया.मिशेल 3600 करोड़ रुपये के हेलीकॉप्टर सौदा मामले में भारतीय जांच एजेंसियों का वांछित है. पिछले महीने कोर्ट ने मिशेल के प्रर्त्यपण के लिए इजाजत दी थी.
CBI और ED ने की थी प्रत्यर्पण की अपील
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने संयुक्त अरब अमीरात प्रशासन से मिशेल को प्रत्यर्पित करने का अनुरोध किया था. ईडी और सीबीआई दोनों ने भारतीय अदालतों में रिश्वतखोरी के मामलों में चार्जशीट दाखिल की थी और आरोपी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए गए थे.
पिछले साल, सीबीआई के अनुरोध पर इंटरपोल ने मिशेल के खिलाफ एक रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया था. रेड कॉर्नर नोटिस इस घोटाले में शामिल इटली के दो नागरिकों -कार्लो गेरोसा और गुइडो हैस्के- के खिलाफ भी जारी किया गया था.
अगस्ता वेस्टलैंड डील में मिशेल को रिश्वत में मिले थे 225 करोड़
भारतीय जांच एजेंसियों के मुताबिक, अगस्ता वेस्टलैंड को हेलिकॉप्टर का ठेका सुनिश्चित कराने के लिए मिशेल को कम से कम 235 करोड़ रुपये बतौर रिश्वत प्राप्त हुए थे. उसने इस सिलसिले में बार-बार भारत की यात्रा की थी. उसने साल 1997 से 2013 के बीच भारत की 300 यात्राएं की थी.
ईडी सूत्रों ने कहा कि मिशेल को यह रिश्वत राशि कंसल्टेंसी कार्य के भुगतान के बहाने विदेशों और भारत में स्थित कंपनियों के एक नेटवर्क के माध्यम से दी गई थी. उसने दुबई स्थित अपनी कंपनी ग्लोबल सर्विसिस एफजेई का इस्तेमाल पैसे को ठिकाने लगाने के लिए किया.
CBI की चार्जशीट में क्या था?
सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में घोटाले में शामिल चार भारतीयों -भारतीय वायुसेना के पूर्व प्रमुख एस.पी. त्यागी, उनके चचेरे भाई संजीव त्यागी, वायुसेना के तत्कालीन वाईस चीफ जे.एस. गुजराल और वकील गौतम खेतान- के नाम शामिल किया था. चार्जशीट में खेतान को इस सौदा के पीछे का मास्टरमाइंड बताया गया है.
चार्जशीट में शामिल अन्य लोगों में बिचौलिए मिशेल, हैश्के और गेरोसा के अलावा इटली की रक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्र की प्रमुख कंपनी फिनमेक्के निका के पूर्व प्रमुख गियुसेप्पे ओरसी और अगस्ता वेस्टलैंड के पूर्व सीईओ ब्रुनो स्पैग्नोलिनी के नाम शामिल थे.
अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला मामले में अब तक क्या हुआ?
भारत ने करार की शर्तों के कथित उल्लंघन और 423 करोड़ रुपये रिश्वत देने के आरोपों में एक जनवरी, 2014 को फिनमेक्के निका की ब्रिटिश सहायक कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड के साथ करार रद्द कर दिया था. यह करार वायुसेना को 12 एडब्ल्यू-101 वीवीआईपी हेलिकॉप्टरों की आपूर्ति के लिए था.
सीबीआई के मुताबिक, त्यागी ने करार के बिंदुओं में बदलाव के लिए कथित रूप से बिचौलियों और कई देशों में स्थित कंपनियों के एक नेटवर्क के माध्यम से अगस्ता वेस्टलैंड से करोड़ों रुपये रिश्वत लिए थे. हेलिकॉप्टरों की उड़ान क्षमता मूल रूप से प्रस्तावित 6,000 मीटर से घटा कर 4,500 मीटर कर दी गई और केबिन की ऊंचाई घटाकर 1.8 मीटर कर दी गई थी.
ये दोनों बदलाव कथित रूप से सौदे को अगस्ता वेस्टलैंड के पक्ष में करने के लिए किए गए थे, जिसने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य वीवीआईपी को ढोने के लिए आईएएफ के कंम्यूनिकेशंन स्क्वॉड्रन के लिए 12 हेलिकॉप्टरों की आपूर्ति का ठेका हासिल कर लिया था.
सीबीआई जांच से पता चला है कि हैश्के, गेरोसा और मिशेल ने त्यागी बंधुओं को कई भुगतान किए थे. एजेंसी ने साल 2004 से 2007 तक आईएएफ प्रमुख रहे त्यागी, उनके चचेरे भाई और खेतान को पिछले साल दिसंबर में गिरफ्तार कर लिया था. फिलहाल वे जमानत पर हैं.
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