सरकारी एयरलाइंस कंपनी एयर इंडिया के इकॉनमी क्लास के मुसाफिरों के मेन्यू में अब नॉनवेज नहीं मिलेगा. वित्तीय घाटे से जूझ रही एयर इंडिया ने घाटे को कम करने के लिए डोमेस्टिक फ्लाइट्स के इकॉनमी क्लास में मुसाफिरों को नॉनवेज सर्व न करने का फैसला लिया है.
एयर इंडिया के अधिकारी जीपी राव घरेलू उड़ानों के इकोनॉमी क्लास में नॉनवेज भोजन न देने का फैसला लिया गया है, जिससे कि खाने की बर्बादी को रोका जा सकते और कैटरिंग सर्विस में सुधार किया जा सके.
घाटे को कम करने की कोशिश
एयर इंडिया का घाटा काफी बढ़ गया है और केंद्र सरकार अब इसके शेयर्स बेचने पर विचार कर रही है. एयर इंडिया पर करीब 55, 000 करोड़ रुपये का कर्ज है.
हालांकि एयर इंडिया की इंटरनेशनल फ्लाइट्स और डोमेस्टिक के बिजनेस और फर्स्ट क्लास के पैसेंजर्स पर इस फैसले का असर नहीं पड़ेगा. इन फ्लाइट्स में नॉनवेज खाना सर्व किया जाएगा. एयर इंडिया ने 6 महीने पहले 90 मिनट या उससे कम अवधि वाली उड़ानों के इकॉनमी क्लास में नॉनवेज नहीं देने का फैसला किया था.
इससे पहले सलाद किया था बंद
इसके बाद जून महीने में सलाद की भी कटौती कर दी थी. इतना ही नहीं घाटे को कम करने के लिए एयर इंडिया ने फ्लाइट्स में मैगजीन्स की संख्या भी घटाने का फैसला किया था. यह फैसला केबिन वेट को घटाने और कम ईंधन की खपत को कम करने को ध्यान में रखते हुए लिया गया था.
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