पुलवामा हमले के बदले में इंडियन एयरफोर्स की तरफ से बालाकोट में की गई एयर स्ट्राइक को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है. बताया जा रहा है कि जिस जगह को एयरफोर्स के फाइटर जेट्स ने टारगेट किया वहां, 300 मोबाइल फोन एक्टिव थे. इससे पहले खबरें आ रही थीं कि इस स्ट्राइक में 300-400 आतंकी मारे गए हैं. लेकिन आधिकारिक तौर पर कोई भी जानकारी नहीं थी.
ऐसे हुआ खुलासा
एयरफोर्स के हमले से पहले ही खुफिया एजेंसियों को आतंकी ठिकाने के बारे में पूरी जानकारी मिल चुकी थी. न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से इस बारे में जानकारी दी है. बताया जा रहा है कि नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन ( NTRO) के सर्विलांस में उस बालाकोट के आतंकी ठिकाने पर करीब 300 मोबाइल फोन एक्टिवेट पाए गए थे. इसके बाद इसी ठिकाने पर एयरफोर्स ने स्ट्राइक की.
इसी आधार पर अंदाजा लगाया जा रहा है कि जैश के इस कैंप में 300 से ज्यादा लोग मौजूद थे.
इससे पहले भारतीय सेना की तरफ से कहा था कि उन्हें जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंप और लॉन्च पैड के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी. इसी जानकारी के आधार पर एयरफोर्स के मिराज-2000 फाइटर जेट्स ने आतंकी कैंप पर 1000 किलो बरसाए थे
मांगे जा रहे थे सबूत
एयर स्ट्राइक को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने एक रैली में आंकड़ा बताकर राजनीति तेज कर दी थी. इससे पहले आधिकारिक तौर पर किसी ने भी एयर स्ट्राइक में मौतों के सही आंकड़े को नहीं बताया था. अमित शाह ने कहा कि स्ट्राइक में 250 आतंकी मारे गए. जिसके बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने इस आंकड़े का आधार बताने की मांग की थी. कांग्रेस नेताओं का कहना था कि जब एयरफोर्स की तरफ से आंकड़ा जारी नहीं हुआ है तो शाह के पास कहां से मौतों का सही आंकड़ा आया है.
इंडियन एयरफोर्स की तरफ से स्ट्राइक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई थी. जिसमें बताया गया था कि किसी भी आम नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचाया गया. यह हमला आतंकी ठिकानों पर किया गया था. लेकिन आंकड़ों के बारे में तब कुछ भी साफ नहीं किया गया.
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