उन्नाव रेप पीड़िता की जलने से मौत के बाद एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव 7 दिसंबर को उत्तर प्रदेश विधानसभा के बाहर धरने पर बैठ गए. इस मामले पर अखिलेश ने कहा, ''यह काफी निंदनीय घटना है. यह काला दिन है. बीजेपी सरकार में यह ऐसी पहली घटना नहीं है. सीएम ने कहा था- 'अपराधियों को ठोक दिया जाएगा.' वे एक बेटी की जिंदगी नहीं बचा पाए.''
इसके अलावा अखिलेश ने कहा, ''जब तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, राज्य गृह सचिव और डीजीपी इस्तीफा नहीं देते, न्याय नहीं होगा. उन्नाव रेप केस को लेकर कल हम राज्य के सभी जिलों में शोक सभा करेंगे.''
इस मामले पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा, ‘’यह हम सबकी नाकामयाबी है कि हम उसे न्याय नहीं दे पाए. सामाजिक तौर पर हम सब दोषी हैं लेकिन ये उत्तर प्रदेश में खोखली हो चुकी कानून व्यवस्था को भी दिखाता है.’’
बीएसपी चीफ मायावती ने कहा, ''इस किस्म की दर्दनाक घटनाओं को यूपी सहित पूरे देशभर में रोकने के लिए राज्य सरकारों को चाहिए कि वो लोगों में कानून का खौफ पैदा करें और केंद्र भी ऐसी घटनाओं को मद्देनजर रखते हुए दोषियों को निर्धारित समय के भीतर ही फांसी की सख्त सजा दिलाने का कानून जरूर बनाए.''
बता दें कि पीड़िता को 5 दिसंबर की शाम लखनऊ से एयर एम्बुलेंस के जरिए दिल्ली लाकर सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
पुलिस ने बताया था कि रेप पीड़िता जब कोर्ट जा रही थी, तभी रेप के दो आरोपियों समेत 5 लोगों ने उसे कथित रूप से आग के हवाले कर दिया था. इस दौरान पीड़िता करीब 90 फीसदी तक झुलस गई थी.
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