उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की बिसाहड़ा गांव की रैली विवादों के घेरे में आ गई है. यह विवाद रैली में 2015 दादरी लिंचिंग के मुख्य आरोपी विशाल सिंह के आगे की पंक्ति में दिखने के चलते पैदा हुआ है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने इस रैली का एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें विशाल सिंह नारेबाजी करता दिख रहा है.
असदुद्दीन ओवैसी ने रैली आयोजकों पर बोला हमला
AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने इस मामले में रैली के आयोजकों को निशाने पर लिया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''पहले बीजेपी की रैलियों में आयोजकों ने काला रंग पहनने वालों को रोका है, लेकिन इस तरह के जघन्य अपराध के आरोपी को पहली पंक्ति का टिकट मिल जाता है.''
योगी ने पिछली सरकारों पर लगाया तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप
बिसाहड़ा की रैली में योगी आदित्यनाथ ने पिछली सरकारों पर जाति के आधार पर लोगों को बांटने और तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया.
मई 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद हमारी सरकार ने कहा था कि यह किसी व्यक्ति, परिवार, जाति या धर्म के लिए काम नहीं करेगी, बल्कि गांवों, गरीबों, युवाओं, महिलाओं, किसानों और समाज के हर तबके लिए काम करेगी.’योगी आदित्यनाथ, सीएम, यूपी
सीएम योगी ने कहा कि पहले बिना रोक-टोक के राज्य में अवैध बूचड़खाने चल रहे थे. उन्होंने कहा, ''कौन नहीं जानता बिसहड़ा में क्या हुआ? सबको पता है.'' इसके साथ ही उन्होंन कहा, ''कितने शर्म की बात है कि समाजवादी सरकार ने तब भावनाओं को दबाने की कोशिश की और मैं कह सकता हूं कि हमारी सरकार बनते ही हमने अवैध बूचड़खानों को बंद कराया.''
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