विवादित इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाईक ने शनिवार को भारतीयों के नाम खुलाखत लिख कर पांच सवालों के जवाब मांगे हैं. इस खत के जरिए जाकिर नाइक ने सरकार सवाल किया है कि आखिर उन्होंने ऐसा क्या काम किया जिसकी वजह से उनके ऊपर आतंकी उपदेशक का ठप्पा लगा दिया गया.
150 देशों में मेरा सम्मान किया जाता है. मेरी चर्चाओं का स्वागत होता है. लेकिन मेरे खुद के देश में मुझे आतंक का दवाब डालने वाला कहा जाता है. कितने दुख की बात है. अब ही ऐसा क्यों हुआ, जबकि मैं पिछले 25 सालों से ऐसा कर रहा हूं.जाकिर नाइक
नाइक ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए खुद को बेगुनाह बताया है. उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक विशेष समुदाय को निशाना बनाने के लिए उस समुदाय के सबसे बड़े चेहरे को निशाना बनाया गया.
मैं पूछना चाहता हूं कि आखिर मुझ पर निशाना क्यों साधा गया? मुझे लगता है कि जब आप किसी समुदाय को निशाना बनाना चाहते हैं तो सबसे पहले उस समुदाय के सबसे बड़े चेहरे को निशाना बनाया जाता है. यह हमला सिर्फ मेरे ऊपर नहीं है. बल्कि ये हमला भारतीय मुसलमानों के खिलाफ है. अगर आईआरएफ और मुझ पर प्रतिबंध लगाया गया तो ये देश के लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा झटका होगा. ये प्रतिबंध भारत के 20 करोड़ मुसलमानों के खिलाफ अन्याय होगा.जाकिर नाइक
मुंबई के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे पीस टीवी के संस्थापक जाकिर नाइक उस वक्त सुरक्षा एजेंसियों के निशाने पर आ गए थे, जब बांग्लादेशी अखबार ने ढाका में हुए आतंकी हमले के एक हमलावर को उनके उपदेशों से प्रेरित बताया था.
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