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अर्णब को पहले दे दी गई थी ‘बालाकोट’ की सूचना? लीक चैट से उठे सवाल

ये WhatsApp चैट्स TRP स्कैम मामले में दायर की गई सप्लीमेंटरी चार्जशीट का हिस्सा हैं

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रिपब्लिक टीवी के एडिटर अर्णब गोस्वामी (Arnab Goswami) और BARC के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता (Partho Dasgupta) की सामने आईं कथित WhatsApp चैट्स से कई चौंकाने वालीं और चिंताजनक बातें सामने आई हैं. इन बातचीत से संकेत मिलते हैं कि गोस्वामी को पहले से ही बालाकोट स्ट्राइक (Balakot Strike) और जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने की जानकारी थी. ये WhatsApp चैट्स TRP स्कैम मामले में दायर की गई सप्लीमेंटरी चार्जशीट का हिस्सा हैं.

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दासगुप्ता के फोन से करीब 500 पन्नों की WhatsApp चैट्स मिली हैं. ये सभी चार्जशीट के साथ कोर्ट में दायर की गई हैं. पार्थो दासगुप्ता को TRP स्कैम मामले में पिछले साल दिसंबर में गिरफ्तार किया गया था और उसी समय उनका फोन जब्त हुआ था.

कथित चैट्स में अर्णब गोस्वामी अपने प्रतिद्वंदी चैनलों की TRP रैंकिंग के बारे में शिकायत करते हैं. जबकि दासगुप्ता उनसे टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) की शिकायत करते हैं और प्रधानमंत्री कार्यालय में एडवाइजर का पद लेने में गोस्वामी से मदद मांगते हैं.

लेकिन इन चैट्स में जो बातचीत सबसे ज्यादा विवादित और हैरान करने वालीं हैं, उनमें गोस्वामी और दासगुप्ता पुलवामा हमले, बालाकोट स्ट्राइक और आर्टिकल 370 का जिक्र करते हैं. 

क्या अर्णब को बालाकोट की जानकारी पहले से थी?

14 फरवरी 2019 को पुलवामा के करीब एक CRPF काफिले पर आतंकी हमला हुआ था. इसमें 40 जवान शहीद हो गए थे. उस दिन दासगुप्ता के साथ अपनी कथित बातचीत में गोस्वामी पहले कहते हैं कि उनका चैनल 'कश्मीर में साल के सबसे बड़े आतंकी हमले पर 20 मिनट आगे थे.'

फिर गोस्वामी कथित तौर पर अपने चैनल की कवरेज पर कहते हैं, “इस हमले पर जीत गए हैं.” 

इस आतंकी हमले के बाद भारतीय वायु सेना ने 26 फरवरी 2019 को पाकिस्तान के बालाकोट में जवाबी हमला किया था.

बालकोट स्ट्राइक से तीन दिन पहले 23 फरवरी 2019 को गोस्वामी कथित तौर पर दासगुप्ता को बताते हैं कि 'कुछ बड़ा होने वाला है.' जब दासगुप्ता पूछते हैं कि क्या उनका मतलब दाऊद से है, तो अर्णब जवाब देते हैं: "नहीं सर, पाकिस्तान. इस बार कुछ बड़ा किया जाएगा."

दासगुप्ता जवाब देते हैं कि 'ये अच्छा है' और फिर कहते हैं:

  • "इस सीजन में बिग मैन के लिए ये अच्छा है."
  • "वो फिर चुनाव जीत जाएंगे"
  • "स्ट्राइक? या बड़ा?"

गोस्वामी कथित तौर पर जवाब देते हैं:

“सामान्य स्ट्राइक से बड़ा. और फिर कश्मीर पर भी कुछ बड़ा. पाकिस्तान पर सरकार आश्वस्त है कि स्ट्राइक ऐसे किया जाएगा कि लोग उत्तेजित हो जाएंगे. यही शब्द इस्तेमाल किए गए.” 

इससे संकेत मिलते हैं कि अर्णब गोस्वामी को पहले से सिर्फ ये ही नहीं पता था कि पुलवामा हमले का जवाब सरकार बड़े स्तर पर देने जा रही है. बल्कि इस बात की भी जानकारी थी कि जवाबी हमले का संभावित पब्लिक रिएक्शन कैसा होगा.

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'कश्मीर की खबर कैसे मिली'- डोभाल ने अर्णब से पूछा?

कथित चैट्स से ये भी संकेत मिलते हैं अर्णब गोस्वामी को जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने की जानकारी भी पहले मिल गई थी. केंद्र सरकार ने 5 अगस्त 2019 को आर्टिकल 370 को रद्द कर दिया था.

2 अगस्त को दासगुप्ता कथित तौर पर गोस्वामी से पूछते हैं कि 'क्या आर्टिकल 370 सच में हटाया जा रहा है?' गोस्वामी जवाब देते हैं, "सर मैंने ब्रेकिंग में प्लैटिनम स्टैंडर्ड सेट किए हैं और ये स्टोरी हमारी है."

इसके बाद अर्णब कहते हैं कि वो अगले कुछ दिनों में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल और पीएमओ से मिलने वाले हैं.

4 अगस्त 2019 को गोस्वामी कथित रूप से दावा करते हैं कि उनके चैनल ने जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर खबर ब्रेक की थी. वो दासगुप्ता को मेसेज करते हैं: “बॉस हमने स्टोरी 12:19 पर ब्रेक की, आज तक ने 12:57 पर. स्क्रीनशॉट शेयर किया है, अगर कोई मदद लेनी हो.”  

5 अगस्त 2019 को अर्णब कथित तौर पर दासगुप्ता को फिर मेसेज करते हैं, "अकेला नेटवर्क जो लाइव है और सबसे बड़ी स्टोरी ब्रेक की है. रिपब्लिक नेटवर्क ने साल की सबसे बड़ी स्टोरी ब्रेक की है."

गोस्वामी कथित तौर पर ये भी संकेत देते हैं कि 'अजित डोभाल तक जानना चाहते थे कि उन्हें खबर कैसे मिली.' गोस्वामी ने लिखा, "पिछली रात सबसे बड़ी स्टोरी मेरे पास पहले थी. आज मुझे NSA ने बुलाया और पूछा कि मुझे स्टोरी कैसे मिली. NSA और पीएमओ में सब लोग भारत और रिपब्लिक पर लगे थे. श्रीनगर जाने से पहले डोभाल मुझसे मिले थे."

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