ADVERTISEMENTREMOVE AD

केजरीवाल बोले, BJP के LG गुंडागर्दी से नाजायज कब्जा करके बैठ गए

केजरीवाल ने उपराज्यपाल अनिल बैजल को पत्र लिखकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पूरी तरह लागू करवाने की अपील की है.

Published
story-hero-img
छोटा
मध्यम
बड़ा

दिल्ली में अधिकारों की लड़ाई पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी सीएम केजरीवाल और दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल के बीच ठनी हुई है. बुधवार को सीएम केजरीवाल ने उपराज्यपाल को लेकर एक के बाद एक कई ट्वीट किए. यहां तक कि उन्होंने एलजी पर गुंडागर्दी का आरोप तक लगा दिया.

केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा,

SC में हारने के बाद बीजेपी के LG गुंडागर्दी से अफसरशाही पर नाजायज कब्जा करके बैठ गए. अफसरों को दिल्ली सरकार के आदेशों को ना मानने और खुले आम सरकारी आदेशों का पालन ना करने के लिये कहा जा रहा है.
ADVERTISEMENTREMOVE AD

कैसे शुरू हुआ ट्वीट पर तकरार?

दरअसल, केजरीवाल का ये ट्वीट बीजेपी के एक बड़े नेता की वजह से ही हुआ. बीजेपी नेता और उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने उत्तर प्रदेश के संदर्भ में एक ट्वीट करके कहा कि जनता के प्रति जवाबदेही जनप्रतिनिधियों की है और यदि किसी अधिकारी ने जनप्रतिनिधियों की अवहेलना की तो कार्रवाई होगी.

केशव प्रसाद मौर्या की ये बात इस समय दिल्ली को लेकर बहुत सही बैठती है. क्योंकि इस वक्त आम आदमी पार्टी की सरकार और उपराज्यपाल के बीच टकराव की स्थति बनी हुई है.

उत्तर प्रदेश के संदर्भ में कही गई ये बात इस समय दिल्ली के लिए अधिक प्रासंगिक है, जहां आम आदमी पार्टी की सरकार लगातार उपराज्यपाल अनिल बैजल के साथ टकराव की स्थिति में हैं.

ऐसे में जब आज मौर्य का ट्वीट आया तो अरविंद केजरीवाल ने तुरंत इसे रि-ट्वीट करते हुए लिखा कि 'क्या बीजेपी दिल्ली में ये लागू करेगी?'

दिल्ली सरकार की शिकायत

दिल्ली सरकार लगातार इस बात की शिकायत कर रही है कि अधिकारी उनकी नहीं सुनते हैं. क्योंकि अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग का अधिकार उपराज्यपाल के पास है, इसलिए अधिकारी उनके जनप्रतिनिधियों की बात नहीं सुनते हैं.

डोरस्टेप डिलीवरी पर केजरीवाल का गुस्सा

बता दें कि सीएम केजरीवाल ने शुक्रवार को ही डोरस्टेप डिलीवरी को लागू करने के आदेश दिए थे. इसको लेकर सीएम केजरीवाल ने फूड कमिश्‍नर को आदेश दे दिए थे और कमिश्‍नर ने इससे जुड़ी फाइल लॉ विभाग को भेजकर सलाह मांगी है कि इसमें केंद्र का कानून है तो इसको किस तरह कर सकते या नहीं कर सकते?

फूड कमिश्नर द्वारा कानून विभाग को फाइल भेजे जाने से केजरीवाल को गुस्सा आ गया. इसी बात पर केजरीवाल ने ट्वीट कर लोगों से पूछा,

क्या कभी सुना था कि कोई अफसर सरेआम कैबिनेट और मुख्यमंत्री के आदेशों का पालन करने से मना कर दे? इसलिए भाजपा सर्विसेज अपने पास रखना चाहती है. पूरी दिल्ली देख ले कि किस बेशर्मी से बीजेपी दिल्ली के गरीबों की “घर घर राशन” स्कीम रोक रही है. अगली बार वोट देने जाओ तो ये याद रखना.

बता दें अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल को पत्र लिखकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पूरी तरह लागू करवाने की अपील की है. फिलहाल उपराज्यपाल की तरफ से केजरीवाल के पत्र का अभी कोई जवाब नहीं आया है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×