राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok gehlot) ने गांधी परिवार के खिलाफ कपिल सिब्बल (Kapil sibal) के बयान को लेकर उनपर निशाना साधा है. गांधी परिवार को लीडरशिप से हटाने की बात पर उन्होंने कहा कि, "कपिल सिब्बल कांग्रेस संस्कृति के व्यक्ति नहीं हैं. वे बड़े वकील हैं, उनकी कांग्रेस में एंट्री हो गई, लेकिन कांग्रेस कल्चर में कार्यकर्ता की तरह उनकी रगड़ाई नहीं हुई है. कांग्रेस कल्चर में काम करते, फिर धीरे-धीरे चांस मिलता, लेकिन सोनिया गांधी के आशीर्वाद और राहुल गांधी के सहयोग से उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिली."
"कांग्रेस की मूल भावना नहीं समझते सिब्बल"
मंगलवार को जयपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान गहलोत ने कहा कि, "ऐसे व्यक्ति के मुंह से इस तरह के शब्द निकलना दुर्भाग्यपूर्ण है. कपिल सिब्बल कांग्रेस की ABCD नहीं जानते हैं. वो कांग्रेस की मूल भावना को नहीं समझते हैं."
मुख्यमंत्री गहलोत ने आगे कहा कि, "गांधी परिवार का कोई व्यक्ति पिछले 30 साल से प्रधानमंत्री, मंत्री और मुख्यमंत्री नहीं बना. फिर भी देश के लोगों को विश्वास है कि कांग्रेस को एकजुट गांधी परिवार ही रख सकता है. देश गांधी परिवार के साथ है. देश गांधी परिवार को चाहता है. हर कांग्रेसी यह चाहता है."
इसके साथ ही सीएम गहलोत ने सवाल किया कि, "कपिल सिब्बल फ्रस्ट्रेशन में क्यों हैं ? उनके दिमाग में यह सब बातें कहां से आती हैं? उनकी सोच और भाषा दुर्भाग्यपूर्ण है."
"पीएम और गृहमंत्री की अप्रोच खतरनाक"
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार पर गहलोत ने कहा कि, "कांग्रेस सर्वसमाज को साथ लेकर चलने में विश्वास करती है. अभी हिंदुत्व और ध्रुवीकरण की बात करना बहुत आसान काम है, लेकिन हमारा काम मुश्किल वाला है."
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, "प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की अप्रोच देश के लिए खतरनाक है. अकेले कांग्रेस पार्टी इनका मुकाबला कर रही है. आज देश के लोगों में चिंता है कि कैसे कांग्रेस को मजबूत किया जाए."
"देश के लिए कांग्रेस ने दिया बलिदान"
पत्रकारों से सीएम गहलोत ने कहा कि, "कपिल सिब्बल यह भूल जाते हैं कि आजादी से पहले और बाद में कांग्रेस ने देश के लिए बलिदान दिए हैं. इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सरदार बेअंत सिंह की हत्या हो गई लेकिन उन्होंने आतंकवाद को नेस्तेनाबूत कर दिया."
सिब्बल ने क्या कहा था ?
विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने गांधी परिवार को कांग्रेस का नेतृत्व छोड़ देने की नसीहत दी थी. उन्होंने कहा था कि गांधी परिवार को नेतृत्व छोड़ देना चाहिए और किसी दूसरे नेता को मौका देना चाहिए.
इनपुट- पंकज सोनी
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