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पहले ‘खादी फॉर नेशन’ और अब ‘खादी फॉर फैशन’: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने लुधियाना में एमएसएमई के कार्यक्रम के दौरान पांच सौ महिलाओं को बांटे चरखे.

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प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी में एमएसएमई अवार्ड्स वितरित करने लुधियाना पहुंचे. इस दौरान पीएम मोदी ने खादी को भी बढ़ावा देने के लिए 500 महिलाओं को चरखे वितरित किए.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खादी को बढ़ावा देने की अपील करते हुए कहा कि आजादी से पहले “खादी फॉर नेशन” के मंत्र के सहारे अंग्रेजों की जड़ों को कमजोर किया गया और अब भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए ‘खादी फॉर फैशन’ के मंत्र पर चलना चाहिए.

उन्‍होंने कहा कि भारत लगातार विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है. भारत न सिर्फ खुद प्रगति कर रहा है, बल्कि वह दुनिया की अर्थ व्यवस्था को भी मजबूती दे रहा है.

क्या खादी उद्योग का निजीकरण कर देना चाहिए?

विश्व में हिंदुस्तान सबसे तेज गति से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है. दो साल अकाल पड़ने के वाबजूद मैन्यूफेक्चरिंग सेक्टर ने भारत की विकास दर को आगे बढ़ाया. जब पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था डगमगा रही है तब अकेला हिंदुस्तान ऐसा है जो दुनिया की अर्थव्यवस्था को बल दे रहा है.
पीएम मोदी

‘जीरो इफेक्ट, जीरो डिफेक्ट’ यानि जेड मार्का

प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘जीरो इफेक्ट, जीरो डिफेक्ट’ के फॉर्मूले पर काम करते हुए उत्पादों की क्वालिटी स्तर बढ़ाने पर जोर दें. ताकि वैश्विक बाजार में भारतीय उत्पादों की स्वीकार्यता बढ़ सके और ‘मेक इन इंडिया’ की धमक मजबूत हो सके.

पीएम मोदी ने लघु उद्योगों को कामयाबी का मंत्र दिया. उन्होंने कहा कि लघु उद्योगों और उद्यमियों में उत्पादों में गुणवत्ता बढ़ाने की ललक होनी चाहिए. उनको पैकेजिंग पर विशेष ध्यान देना होगा. इससे उनकी पहचान बनेगी और वे कामयाबी के शिखर पर पहुंचेंगे.

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मोदी ने कहा, "लुधियाना एक महत्वपूर्ण आर्थिक केंद्र है. एमएसएमई से संबंधित योजना को शुरू करने के लिए यह बेहतरीन जगह है. मैं अपने सामने एक मिनी इंडिया को देख रहा हूं."

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