राजनीति का अखाड़ा बन चुकी अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की धर्मसभा शुरू हो चुकी है. जिसमें कई हिंदू संगठनों के लाखों लोग और संत हिस्सा ले रहे हैं. पहले ही सैकड़ों की तादाद में लोग यहां पहुंच चुके थे. यह देखते हुए पूरी अयोध्या नगरी को एक किले में तब्दील कर दिया गया है. पूरे इलाके की निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे भी लगाए गए हैं.
अध्यादेश समेत तमाम मुद्दों पर बोले उद्धव, सुनें स्पीच
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राम मंदिर को राजनीति से दूर रखें: स्वरूपानंद सरस्वती
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने इच्छा जताई है कि विवादित जमीन पर राम मंदिर ही बने. टीवी न्यूज चैनल आजतक से बातचीत में कहा, ‘राम मंदिर को राजनीति से न जोड़ें, इस मुद्दे से न भटकाएं.’ वहीं विवादित स्थल के बारे में बोलते हुए शंकराचार्य ने कहा कि विवादित स्थल पर मस्जिद थी ही नहीं, ढांचा तोड़कर भ्रम फैलाया गया.’
सरयू नदी के किनारे बनाएं मंदिर: शिवपाल
शिवपाल यादव ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर कहा, कि राम मंदिर का मामला सुप्रीम कोर्ट में है, हमें या तो आदेश का इंतजार करना चाहिए या फिर आम सहमति बनाने का रास्ता ढूंढ़ना चाहिए. सरकार के पास बहुत जमीन है, राम मंदिर सरयू नदी के किनारे भी बनाया जा सकता है. विवादित जमीन पर कोई भी बात नहीं होनी चाहिए.
दो जोन के सुरक्षा घेरे में अयोध्या
उत्तर प्रदेश के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) आनंद कुमार बोले, अयोध्या को दो जोन में बांटा गया है. सुरक्षा की पुरी योजना लागू कर दी गई है. रेड जोन और येलो जोन दो मेन सुरक्षा घेरे हैं. राज्य की पुलिस और प्रशासन सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट की तरफ से दिए गए निर्देशों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.