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रामदेव ने कहाः ‘ओम’ के उच्चारण से किसी का धर्म नहीं बदलता

रामदेव ने कहा- दुबई में मुसलमानों ने भी किया सूर्य नमस्कार और ओम का उच्चारण.

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योग के दौरान ‘ओम’ के उच्चारण और ‘सूर्य नमस्कार’ करने को लेकर कुछ समुदायों के विरोध के बीच योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि इनसे किसी का धर्म नहीं बदलता है और इनकी प्रकृति ‘‘धर्मनिरपेक्ष तथा वैश्विक है.’’

रामदेव ने कहा कि दुबई में आयोजित योग शिविर में वहां आये लोगों को विकल्प दिया गया कि वे ‘ओम’ या ‘आमीन’ कह सकते हैं और उन्होंने ‘आमीन’ के स्थान पर ‘ओम’ कहना पसंद किया. इस योग शिविर में शाही परिवार के सदस्यों के अलावा हिंदु और मुसलमान दोनों समुदाय के लोगों ने हिस्सा लिया. राजपथ पर आयुष मंत्रालय की ओर से आयोजित योग कार्यक्रम में रामदेव ने कहा कि दुबई के लोगों ने योग में ‘‘आध्यात्मिक’’ भावना को महसूस किया.

मैं दुबई गया और वहां लोगों से ओम का उच्चारण कराया, सूर्य नमस्कार करवाया. सूर्य नमस्कार कराने के दौरान मैंने कुछ मुसलमानों को अपने साथ रखा और कहा कि यदि सूर्य नमस्कार से उनका धर्म बदलता हो तो वे ऐसा ना करें. किसी का धर्म नहीं बदला. योग धार्मिक गतिविधि नहीं है, बल्कि धर्मनिरपेक्ष और वैश्विक गतिविधि है. मैंने कहा कि योग करने के दौरान आप ‘आमीन’ या ‘ओम’ कह सकते हैं, लेकिन कई लोगों और ज्यादातर मुसलमानों से ‘आमीन’ के स्थान पर ‘ओम’ कहा. उन्होंने कहा कि ओम के उच्चारण से उन्हें मानसिक शांति मिली.
बाबा रामदेव, योग गुरु 

योग दिवस से पहले आयोजित किए गए रिहर्सल शो में केंद्रीय मंत्री एम. वैंकैया नायडू, अरुण जेटली और बाबुल सुप्रियो के अलावा बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी, मनोज तिवारी और विजय गोयल समेत बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया.

रामदेव ने कहा कि अगले तीन सालों में पतंजलि आयुर्वेदिक दवाओं का जीवों और मनुष्यों पर परीक्षण किया जाएगा और योग का क्लिनिकल ट्रायल शुरु किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इसके लिए संस्था 500 करोड़ रुपए का निवेश करेगी.

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