उत्तराखंड स्थित श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट शनिवार सुबह 4 बजकर 15 मिनट पर भक्तों के लिए खोले जा चुके हैं. पहले दिन मंदिर में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और राज्यपाल कृष्णा कांत ने पहुंचकर पूजा अर्चना की.
बद्रीनाथ धाम, बदरीनारायण मंदिर के नाम से भी जाना जाता हैं. यह धाम अलकनंदा नदी के किनारे उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है. बद्रीनाथ, ऋषिकेश से करीब 294 किलोमीटर की दूरी पर है.
बद्रीनाथ धाम छोटा चार धाम यात्रा का प्रमुख तीर्थस्थल है. हिंदुओं में इस धाम की बहुत मान्यता होती है. बद्रीनाथ 3,133 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यह ठंड के दौरान बर्फ से ढंक जाता है. गर्मियों में गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्रा के दौरान इसे खोला जाता है.
आम तौर पर इन धामों को अक्षय तृतीया के मौके पर खोला जाता है. इस साल 28 अप्रैल को अक्षय तृतीया के मौके पर यमुनोत्री और गंगोत्री मंदिर को खोल दिया गया था. गंगोत्री 21 अक्टूबर और यमुनोत्री 19 अक्टूबर तक खुला रहेगा. वहीं बद्रीनाथ मंदिर 30 सितंबर तक ही खुला रहेगा.
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