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ऑटो एक्सपो: कार नहीं लड़की के लिए कहते हैं ‘भाई क्या मॉडल है’

ऑटो एक्सपो में आने वाली हजारों आंखें व्हीकल नहीं बल्कि उन्हें पेश करने वाली मॉडल्स को देखने आते हैं.

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ऑटो एक्सपो 2016 बेहतरीन कारों और शानदार बाइक्स की बदौलत सुर्खियों में छाया रहा. लोगों ने इस साल ऑटो एक्सपो में आए व्हीकल्स की जमकर तारीफ की.लेकिन ऑटो एक्सपो का एक और भी चेहरा है जो कि बेहद शर्मनाक है.

ऑटो एक्सपो 2016 की पूरी कवरेज के दौरान ये भी सामने आया कि ऑटो एक्सपो में शामिल होने आए लोगों में कई लोग ऐसे भी थे, जो कारों या बाइक्स को देखने नहीं बल्कि उन्हें पेश कर रही मॉडल्स को देखने आए थे.

इन लोगों में से कई कार या बाइकों के साथ सेल्फी क्लिक कराने के बजाय ऑटो एक्सपो में कारों के मॉडल्स को पेश कर रही मॉडल्स के साथ पिक्चर क्लिक कराने को लेकर अपनी दिलचस्पी दिखा रहे थे.

लोगों की इस की हरकतों के पीछे वैसे तो कई कारण हो सकते हैं लेकिन कंपनियों की ओर से भी इस तरह के लोगों को रोकने के लिए पर्याप्त उपाय नहीं किए गए थे.

ऑटो एक्सपो में आए कई लोगों की दिलचस्पी कारों और बाइक्स के अलावा उन्हें पेश कर रही मॉडल्स में थी, इसे इन तस्वीरों के जरिए आसानी से समझा जा सकता है.

ऑटो एक्सपो में कुछ सेक्शन ऐसे भी थे जहां दर्शकों को बाइक्स और कारों के मॉडल्स को करीब से देखने की छूट थी ताकि वे अपने पसंदीदा कार को करीब से देख सकें. कारों और बाइक्स के इन मॉडल्स के पास किसी भी तरह की घेराबंदी नहीं की गई थी, हालांकि इनके पास जानकारी देने के लिए मॉडल्स मौजूद थीं.

और दर्शकों की इस भीड़ में बोलने वाले दर्शकों की संख्या बहुत ज्यादा थी.

दर्शकों के बीच कुछ दर्शक ऐसे भी थे जो मॉडल्स के साथ फोटो खिंचवाने के लिए मंच पर पहुंच गए.

लोगों को मॉडल्स के पास जाने की इजाजत देना कहां तक सुरक्षित था, यह एक बड़ा सवाल है.

लेकिन इन मॉडल्स की तस्वीर क्लिक करने के लिए सिर्फ करीब होने की ही जरूरत नहीं थी. ऐसा लोग दूर से भी कर रहे थे, जैसे कि इस तस्वीर में मॉडल के बाईं ओर खड़े जनाब कर रहे हैं.

इस मॉडल के बाईं तरफ खड़े जनाब भी कुछ ऐसा ही कर रहे हैं.

अगर आपके पास मॉडल्स की तस्वीर खींचने के लिए प्रोफेशनल कैमरा नहीं भी है तो क्यों न स्मार्टफोन का इस्तेमान किया जाए. इस मॉडल की तस्वीर क्लिक करते दाईं ओर खड़े इन जनाब के चेहरे पर आ रहे एक्सप्रेशन देखिए.

हालांकि कई सेक्शन में इस तरह का माहौल देखने को नहीं मिला. कुछ सेक्शन में अच्छी व्यवस्था की गई थी. मॉडल्स के पास सुरक्षा के लिए सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए थे.

कुछ सेक्शन में स्टेज पर खड़ी कारों के साथ मॉडल्स को खड़ा किया गया था. हालांकि इस तरह के सेक्शन में दर्शकों को कार का मॉडल दूर से ही देखने की इजाजत थी.

बहराहाल, जिन लोगों को ऑटो एक्सपो के लेआउट डिजाइन का काम सौंपा गया था, उन्हें पता था कि इस तरह के तस्वीरें खींचने वाले लोगों का दखल हो सकता है, जिसे रोकने के लिए सीमित उपाय किए गए थे.

लेकिन कई लोग ऐसे भी रहे होंगे जिन्हें ये ख्याल तक नहीं था कि वह पब्लिक प्लेस में हैं और कारों के मॉडल्स के पास खड़ीं मॉडल अपना काम कर रही हैं. उनके चेहरे पर खिली मुस्कान किसी के साथ सेल्फी क्लिक कराने का आमंत्रण नहीं है. कुछ इस तरह का ही काम एयर होस्टेस करती हैं जो कि मुस्कराहट के साथ आपका फ्लाइट में स्वागत करती हैं.

और अगर वह सेल्फी क्लिक कराने के लिए तैयार हो भी गईं हैं तो वह उनका नरम रवैया है जिसकी वजह से आप अपनी अगली फेसबुक प्रोफाइल पिक्चर बना पा रहे हैं.

हमें उम्मीद है कि साल 2018 में होने वाले अगले ऑटो एक्सपो में बेहतर इंतजाम किए जाएंगे और लोग अपनी समझ को भी दुरुस्त करेगें ताकि हमें फिर से ऐसी शर्मिंदगी का सामना ना करना पड़े.

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