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BHU के नए वीसी की तलाश तेज, त्रिपाठी की होगी छुट्टी?

बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के वीसी प्रोफेसर जी.सी त्रिपाठी चारों ओर से घिरते जा रहे हैं

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बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी कैंपस में हुई छेड़छाड़ की घटना के बाद अब आरोप-प्रत्यारोपों का दौर तेज हो गया है. यूनिवर्सिटी के वीसी प्रोफेसर जी.सी त्रिपाठी चारों ओर से घिरते जा रहे हैं. उनकी जल्द ही छुट्टी की जा सकती है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मानव संसाधन मंत्रालय ने नए कुलपति के चयन के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है. बुधवार को सरकार ने कहा कि त्रिपाठी को लंबी छुट्टी पर भेजने का विकल्प खुला है.

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कुलपति के कार्यकाल के खत्म होने में अब दो महीने से भी कम का समय बचा है. बीएचयू एक स्वायत्त विश्वविद्यालय है, ऐसे में वहां के कुलपति को हटाना आसान काम नहीं है. बीएचयू एक्ट के मुताबिक नए वीसी के चयन तक मौजूदा वीसी अपने पद पर बने रहेंगे.

रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि सेलेक्शन कमेटी के लिए कुछ दिनों में 6 नामों की लिस्ट राष्ट्रपति भवन को भेजी जाएगी, जिसमें से तीन का चयन राष्ट्रपति की तरफ से किया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक, जल्द ही वीसी के पोस्ट के लिए विज्ञापन भी निकाला जाएगा.

जांच में लापरवाही के दोषी पाए गए वीसी

दरअसल, छेड़छाड़ के विरोध में यूनिवर्सिटी की छात्राएं प्रदर्शन कर रही थीं. लेकिन 24 सितंबर को अचानक इनपर लाठीचार्ज कर दिया गया. जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया. इसके बाद से ही वीसी को हटाने की मांग तेज हो गई.

कमिश्नर की जांच रिपोर्ट में भी बीएचयू प्रशासन और कुलपति को मामले में लापरवाही बरतने का दोषी पाया गया है. चीफ प्रॉक्टर ओंकार नाथ सिंह मामले में नैतिक जिम्मेदारी लेकर अपना इस्तीफा दे चुके हैं. यही नहीं, पुलिस के दो अधिकारियों को पहले ही हटाया जा चुका है लेकिन त्रिपाठी पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

त्रिपाठी की सफाई

हालांकि, कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने अपने बचाव में कहा कि कार्रवाई उन लोगों पर की गई, जो यूनिवर्सिटी की संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे थे. उन्होंने ये भी दावा किया कि छात्राओं पर लाठीचार्ज नहीं हुआ.

अपने बचाव में उन्होंने यहां तक कहा कि प्रधानमंत्री के दौरे को प्रभावित करने के लिए 'बाहरी तत्वों' ने कैंपस का माहौल बिगाड़ा.

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