बिहार के भागलपुर जिले के कहलगांव में कई सालों से बन रहे बटेश्वर गंगा पंप नहर की दीवार उद्धघाटन से ठीक एक दिन पहले ही टूट गई. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को इसका उद्धघाटन करने वाले थे. लेकिन हादसे को देखते हुए उद्धघाटन रद्द कर दिया गया है.
ये हादसा तब हुआ जब नहर पर ट्रायल रन के लिए पानी छोड़ा जा रहा था. ट्रायल रन के दौरान नहर में पानी छोड़ा गया, जिसके बाद पानी के दबाव से नहर की दीवार अचानक टूट गई. नहर की दीवार टूटने से आसपास के कई कॉलोनियों में पानी घुस गया. कॉलोनियों में पानी घुसने से बाढ़ जैसे हालात हो गए.
साथ ही कहलगांव के सिविल जज और सब जज के घरों और एनटीपीसी टाउनशिप इलाके में पानी घुस गया. जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह ने बताया कि पानी के बहाव को रोकने के लिए बालू से भरे बोरे रखे जा रहे हैं. ताकि और किसी इलाकों में पानी न घुसे.
क्या है इस प्रोजेक्ट की खासियत?
असल में प्लानिंग कमीशन ने 1977 में इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी. ये बिहार और झारखंड का साझा प्रोजेक्ट है. इस प्रोजेक्ट से बिहार और झारखंड के एक बड़े कृषि भूभाग को सिंचाई के लिए फायदा मिलेगा. इसमें करीब 389.31 करोड़ रुपये की लागत आई है. इस प्रोजेक्ट से भागलपुर के 18,620 हेक्टेयर जमीन और झारखंड के गोड्डा जिले की 4038 हेक्टेयर जमीन की सिंचाई में मदद मिलेगी.
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