बिहार के समस्तीपुर जिले में एक केमिस्ट की हत्या के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शन में एक की मौत हो गई, जबकि लगभग 15 से 20 लोग घायल हो गए. पुलिस फायरिंग में इस व्यक्ति की मौत हुई है.
इस बवाल के बाद इलाके में धारा 144 लागू कर दिया गया है. साथ ही मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए हैं.
हवा में फायरिंग से हुई मौत
समस्तीपुर के एसपी दीपक रंजन ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने ताजपुर थाने के असाढ़ी गांव में भारी हिंसा और आगजनी की. उनकी पुलिस से झड़प हुई. प्रदर्शनकारियों ने आठ पुलिस वाहनों में आग लगा दी और थाने में भी आग लगाने की कोशिश की.
एसपी के मुताबिक, लाठीचार्ज के बाद भी भीड़ के तितर-बितर नहीं होने पर पुलिसकर्मियों ने हवा में गोलियां चलाईं, जिसमें दो प्रदर्शनकारियों को गोलियां लगी. घायलों में से एक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, दूसरे को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. तीन पुलिसकर्मी और एक प्रशासनिक अधिकारी भी घायल हुए हैं.
सीएम ने दिए जांच के आदेश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना की जांच का आदेश दिया है. उन्होंने इस घटना को दुखद बताते हुए कमिश्नर और डीआईजी को घटनास्थल का दौरा करने और एक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है.
स्थिति तनावपूर्ण, लेकिन नियंत्रण में
एसपी दीपक रंजन ने बताया कि गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं. गांव में स्थिति तनावपूर्ण मगर नियंत्रण में है. इलाके में एसएसबी और बीएमपी के जवानों की तैनाती की गई है.
NH-28 पर आवाजाही बंद
दो दिन पहले अज्ञात बदमाशों ने दवा विक्रेता जनार्दन ठाकुर की हत्या कर दी थी. इससे स्थानीय लोग काफी नाराज थे. स्थानीय लोगों का आरोप है कि दवा विक्रेता की हत्या के बाद भी पुलिस सुस्त बनी रही. इसी विरोध में लोगों ने थाने का घेराव किया था. घटना के बाद से प्रदर्शनकारियों ने समस्तीपुर-ताजपुर एनएच-28 पर यातायात बंद कर दिया है.
(इनपुट भाषा से)
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