बीजेपी ने सूरत पश्चिम से विधायक पूर्णेश मोदी (Purnesh Modi), को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. पार्टी ने 18 नवंबर को पूर्णेश मोदी को दादरा नगर हवेली और दमन दीव में राज्य प्रभारी नियुक्त किया है. पूर्णेश मोदी ने ही गुजरात में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ उनकी "मोदी उपनाम" वाली टिप्पणी पर मानहानि का मुकदमा दायर किया था. जिसके चलते राहुल गांधी की संसद की सदस्यता चली गई थी, उस दौरान पूर्णेश मोदी सुर्खियों में आए थे.
पार्टी ने एक अधिसूचना में कहा, "बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पूर्णेश मोदी को तत्काल प्रभाव से दादरा नगर हवेली और दमन दीव प्रभारी और दुष्यंत पटेल को सह-प्रभारी नियुक्त किया है."
बीजेपी के सूरत पश्चिम से विधायक पूर्णेश मोदी ने अप्रैल 2019 में कर्नाटक के कोल्लार में एक रैली के दौरान टिप्पणी करने के बाद राहुल गांधी के खिलाफ सूरत की अदालत में आपराधिक मानहानि का मामला दायर किया था.
इसी साल मार्च में, सूरत अदालत ने राहुल गांधी को दोषी ठहराया और उन्हें दो साल की कैद की सजा सुनाई, जिसके बाद उन्हें वायनाड लोकसभा क्षेत्र से सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया.
अगस्त में हाईकोर्ट ने उनकी दोषसिद्धि पर रोक लगाने के बाद राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल कर दी गई थी.
पूर्णेश मोदी का राजनीतिक सफर
पूर्णेश मोदी पेशे से वकील रहे हैं. ओबीसी समुदाय से आने वाले पूर्णेश मोदी 3 बार के विधायक रह चुके हैं. ये पहली बार 2013 में सूरत पश्चिम सीट से उपचुनाव जीतकर वह विधायक बने थे. फिर 2017 और 2022 में उसी सीट से चुनाव में जीत हासिल की. पिछली बार के चुनाव में एक लाख से ज्यादा वोटों से जीते थे.
2021 में पहली बार भूपेंद्र पटेल की सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए और उन्हें परिवहन, नागरिक उड्डयन, पर्यटन और तीर्थयात्रा विकास जैसे मंत्रालय सौंपे गए थे.
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