भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने हरियाणा के आईटी (IT) सेल इंचार्ज अरुण यादव (Arun Yadav) को पद से हटा दिया है. हालांकि पार्टी ने चिट्ठी में पद से हटाए जाने की वजह नहीं लिखी है. लेकिन पार्टी ने ऐसे समय पर एक्शन लिया है, जब अरुण यादव का एक पुराना विवादित ट्वीट वायरल हो रहा है, जिसे लेकर अरुण यादव की गिरफ्तारी की मांग उठ रही है.
अरुण यादव ने पैगंबर मोहम्मद साहब के खिलाफ आपत्तिजनक ट्वीट किया था. अरुण यादव पर इस्लाम और मुस्लिमों के खिलाफ आपत्तिजनक ट्वीट करने का आरोप है.
प्रदेश बीजेपी सचिव गुलशन भाटिया की तरफ से सात जुलाई को एक चिट्ठी जारी किया गया. जिसमें कहा गया है कि अरुण यादव को तत्काल प्रभाव से पद से हटाया जा रहा है. हालांकि यादव की पार्टी की सदस्यता पर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, अरुण यादव ने साल 2017 में पैगंबर मोहम्मद साहब को लेकर आपत्तिजनक ट्वीट किया था, इसके अलावा भी यादव ने कई विवादित ट्वीट किए थे, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.
अरुण यादव ने 21 जुलाई 2017 के अपने एक पोस्ट में लिखा था, 'मुझे तो पेग में पैगंबर नजर आता है.'
सोशल मीडिया पर लोगों ने अरुण यादव पर पैगंबर मोहम्मद और इस्लाम का अपमान करने और नफरत फैलाने का आरोप लगाया. साथ ही गिरफ्तारी की मांग उठी और गुरुवार को #ArrestArunYadav ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा.
बीजेपी के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर द इंडियन एक्सप्रेस से कहा, “अरुण यादव की गिरफ्तारी की मांग वाले 85,000 से अधिक ट्वीट्स किये गये. यह एक बड़ा मुद्दा बन गया.”
हालांकि अरुण यादव के खिलाफ अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है.
अभी हाल ही में पैगंबर मोहम्मद साहब पर दिए विवादित बयानों के चलते बीजेपी ने अपनी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को सस्पेंड कर दिया है और नवीन जिंदल को पार्टी से निकाल दिया.
कांग्रेस ने भी गिरफ्तारी की उठाई आवाज
यूथ कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने ट्वीट किया, “फ्रिंज एलीमेंट के अथाह समुद्र में से बीजेपी ने अपने एक और फ्रिंज एलीमेंट अरुण यादव को 'पदमुक्त' किया, लेकिन इस दिखावे की जगह, क्या कभी इन नफरती चिंटूओं की गिरफ्तारी होगी?"
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