मालदा में हुई सांप्रदायिक हिंसा के मामले में ममता बनर्जी सरकार पर दोषियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए बीजेपी ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केएन त्रिपाठी से हस्तक्षेप करने की मांग की है.
हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की ओर से पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक बयान देने के बाद बीते रविवार को पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में बड़ी संख्या में मुस्लिम संमुदाय के लोगों ने सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया था. बाद में कलियाचक इलाके में मुस्लिमों का विरोध प्रदर्शन हिंसा में बदल गया.
इस घटना में गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने पुलिस थाने पर हमला करने के साथ ही कई वाहनों में आग लगा दी थी. मंगलवार को पुलिस ने इस घटना में करीब दर्जनभर लोगों को हिरासत में लिया है.
राहुल सिन्हा, राष्ट्रीय सचिव, बीजेपीकलियाचक पुलिस स्टेशन पर सिर्फ उद्देश्य के साथ हमला किया गया था ताकि वहां रखे अपराधियों से जुड़े दस्तावेजों को नष्ट किया जा सके. पुलिस ने अभी तक हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार नहीं किया है. यह इसलिए है, क्यों कि तृणमूल कांग्रेस नहीं चाहती है कि उन्हें गिरफ्तार किया जाए. हमने राज्यपाल से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है.
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