प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को खास बनाने के लिए बीजेपी इस पूरे हफ्ते को 'सेवा सप्ताह' के रूप में मनाने जा रही है. इसकी शुरुआत आज यानी 14 सितंबर से बीजेपी अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह करेंगे. 17 सितंबर को पीएम मोदी का 69वां जन्मदिन है. इसे देखते हुए ये कैंपेन 14 सितंबर से 20 सितंबर के बीच देशभर में चलाया जाएगा.
अमित शाह इस ‘सेवा सप्ताह’ कैंपेन की शुरुआत सुबह 8 बजे दिल्ली के AIIMS (एम्स) से करने जा रहे हैं. इस मौके पर पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहेंगे.
इस कैंपेन में बीजेपी ने ‘स्वच्छता ही सेवा, सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्ति, जल संरक्षण और संवर्धन’ के संकल्प को लोगों तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है.
साथ ही बीजेपी कार्यकर्ता देशभर में सफाई और सामाजिक सेवा को बढ़ावा देते हुए इससे जुड़े प्रोग्राम का आयोजन कराएंगे. ब्लड डोनेशन, हेल्थ कैंप और आई चेक-अप जैसे कार्यक्रम का भी आयोजन कराया जाएगा. इसके अलावा कई जगहों पर पीएम मोदी की जिंदगी और उपलब्धियों को दिखाते हुए देशभर में एग्जिबीशन भी लगाई जाएगी.
आयोजन के लिए बनाई गई कमेटी
इस आयोजन को सफल बनाने के लिए बीजेपी कोई कसर नहीं छोड़ रही है. खास इसके लिए बीजेपी ने एक सेंट्रल कमेटी का आयोजन किया है और अविनाश राय खन्ना को इसका कंवेनर बनाया गया है. केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और, केंद्रीय सचिव सुधा यादव और सुनील देओधर भी इस कमेटी का हिस्सा हैं.
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देव ने दान की 6 महीने की सैलेरी
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देव ने पीएम मोदी का जन्मदिन सेवा सप्ताह के रूप में मनाने का ऐलान किया है. उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा है,
सेवा सप्ताह के दौरान त्रिपुरा की सभी 1100 पंचायतों और ग्राम समिति बाजारों में डस्टबीन लगाए जाएंगे. इस मुहिम के लिए मैने अगले 6 महीने का वेतन देने का फैसला किया है. त्रिपुरा को कचरा मुक्त बनाने के लिए हम प्रतिबद्ध है.बिप्लव कुमार देव, मुख्यमंत्री, त्रिपुरा
बांटी जाएंगी पीएम पर लिखी किताबें
एक हफ्ते चलने वाले इस कैंपेन में, पीएम मोदी की जिंदगी और उपलब्धियों पर लिखी किताबों को राज्य इकाइयों को भेजा जाएगा. अलग-अलग कार्यक्रम में फिर वरिष्ठ नेता इन किताबों को बांटेंगे.
पीएम ने हाल ही में मन की बात कार्यक्रम में सिंगल-यूज प्लास्टिक पर बैन लगाने की बात की थी. इस बात का ध्यान रखते हुए पार्टी कार्यकर्ता अलग-अलग यूनिवर्सिटी में इसके खिलाफ कैंपेन चलाएंगे.
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