कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर हमला बोलते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिस पर ऑनलाइन तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
क्या है मामला: सत्तारूढ़ पार्टी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट ने एक कार्टून पोस्ट किया जिसमें कथित तौर पर नेपाल को भारत के खिलाफ चीन के साथ हाथ मिलाते हुए दिखाया गया है, और बाद में इस ट्वीट को हटा दिया गया.
कैप्शन और साथ ही कार्टून, कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए एक राजनीतिक सटायर है.
दूसरे देशों के प्रतिनिधियों के साथ पीएम मोदी के जुए का कैरिकेचर भी देखा जा सकता है.
द क्विंट को डिलीट किए गए ट्वीट का कैश्ड वर्जन मिला.
यह क्यों मायने रखता है: बीजेपी ने अपने खुद के ट्वीट को हटाकर संभावित भू-राजनीतिक जटिलता को टालने में मदद की हो सकती है. कांग्रेस नेता सलमान अनीस सोज ने कहा, "बीजेपी को क्या हो गया है ? न केवल यह [कार्टून] प्रधानमंत्री को एक उपद्रवी जुआरी की तरह दिखाता है, बल्कि यह नेपाल को भारत के खिलाफ चीन के साथी के रूप में भी चित्रित करता है."
एक अन्य ट्विटर यूजर '@rachitseth' ने लिखा, "तो बीजेपी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट ने कार्टून में माननीय प्रधान मंत्री को नेपाल, चीन, पाकिस्तान और अन्य आतंकवादी संगठनों के साथ जुआ खेलते दिखाया!"
इस महीने की शुरुआत में, एक 'अखंड भारत' भित्ति जिसे नई संसद भवन में रखा गया था, उस पर नेपाल में सांसदों ने ऐतराज जताया था.
भित्ति चित्र में कथित तौर पर नेपाल और अन्य पड़ोसी देशों जैसे पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका को 'अखंड भारत' का हिस्सा दिखाया गया है.
नेपाल के पूर्व पीएम केपी शर्मा ओली ने स्थानीय मीडिया के हवाले से कहा, "भारत जैसा देश जो खुद को एक प्राचीन और मजबूत देश के रूप में और लोकतंत्र के मॉडल के रूप में देखता है, अगर नेपाली क्षेत्रों को अपने नक्शे में रखता है और इस नक्शे को संसद में लटकाता है, तो इसे उचित नहीं कहा जा सकता है."
कुछ परिप्रेक्ष्य: नई दिल्ली स्थित नेपाली पत्रकार और रिसर्चर आकांक्षा शाह ने जून में नेपाल के पीएम पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' की भारत यात्रा से पहले लिखा था. "नेपाल में जारी अस्थिर राजनीतिक स्थिति के बीच यह नेपाल-भारत संबंधों के लिए अच्छा नहीं है. जैसा कि नेपाल घरेलू विवादों और अस्थिर राजनीति से हिल गया है, इस बात की संभावना नहीं है कि इस बिंदु पर भारत से पूर्ण समर्थन की उम्मीद की जा सकती है."
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