भारतीय फिल्म एंड टेलीविजन डायरेक्टर्स एसोसिएशन (आईएफटीडीए) ने जेल में बंद डेरा प्रमुख राम रहीम और उसकी मुंहबोली बेटी हनीप्रीत कौर की सदस्यता रद्द कर दी है. इस फैसले के बाद भविष्य में उनकी कोई भी फिल्म बनाने पर रोक लग गई है.
ये जानकारी एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक पंडित ने दी है. अशोक पंडित ने बताया, "राम रहीम अब भारतीय फिल्म और टीवी इंडस्ट्री में काम नहीं कर सकते. आईएफटीडीए ने उनकी सदस्यता रद्द कर दी है."
अध्यक्ष अशोक पंडित ने ये भी बताया कि ‘इंडियन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन’ भी राम रहीम की सदस्यता, सोमवार से खत्म करने पर विचार कर रहा है.
‘एसोसिएशन में गुंडों के लिए जगह नहीं’
आईएफटीडीए से राम रहीम को निकाले जाने का कारण बताते हुए कहा, "हमारे एसोसिएशन में इज्जतदार लोग हैं. हमारे बीच गुंडे और अपराधी नहीं रह सकते. कानून ने उन पर बड़ा फैसला लिया है. हरियाणा में उनके छल-कपट के कारण कई लोग मारे गए."
राम रहीम ने ‘एमएसजी: द मैसेंजर’, ‘एमएसजी-2 द मैसेंजर’, ‘एमएसजी: द वॉरियर लायन हार्ट’, ‘हिंद का नापाक को जवाब: द वॉरियर लॉयन हाट-2’ और ‘जट्टू इंजीनियर’ जैसी फिल्मों में बतौर अभिनेता काम करने के अलावा इन्हें प्रोड्यूस और डायरेक्ट भी किया है.
राम रहीम की मुंह बोली बेटी हनीप्रीत ने भी कुछ फिल्मों का सह-निर्देशन किया है. बता दें, सीबीआई की विशेष अदालत ने 28 अगस्त को दो साध्वियों के रेप के आरोप में राम रहीम को 20 साल जेल की सजा सुनाई.
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