पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के काकमरीचार में अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर पर गुरुवार को बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) की गोलीबारी में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक जवान शहीद हो गया और एक अन्य जवान घायल हो गया. बता दें कि बीएसएफ और बीजीबी के बीच पिछले कई दशकों से एक गोली भी नहीं चली है.
बीएसएफ के मुताबिक, बाउंड्री पिलर 75/7-एस के नजदीक वॉटर चैनल में फ्लैग मीटिंग से लौटते समय सिर पर गोली लगने की वजह से हेड कांस्टेबल विजयभान सिंह शहीद हो गए, वहीं एक अन्य कांस्टेबल घायल हो गया. यह फ्लैग मीटिंग बीजीबी की ओर से दिन में हिरासत में लिए गए भारतीय मछुआरे की सुरक्षित वापसी के लिए आयोजित की गई थी.
बीएसएफ ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को घटना की जानकारी दी है और बीजीबी के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया गया है.
कैसे हुई ये घटना?
बीएसएफ के एक अधिकारी ने कहा, "गुरुवार सुबह तीन भारतीय मछुआरे मछली पकड़ने पद्मा नदी में सीमावर्ती क्षेत्र में चले गए थे. इसके बाद दो मछुआरे लौट आए और उन्होंने काकमरीचार चौकी पर सूचना दी कि बीजीबी ने उन्हें हिरासत में ले लिया था और उनमें से दो लोगों को बीएसएफ पोस्ट कमांडर को फ्लैग मीटिंग करने के लिए कहने के लिए रिहा कर दिया."
सुबह लगभग 10.30 बजे पोस्ट कमांडर पांच जवानों के साथ बीएसएफ की बोट में बाउंड्री पिलर के नजदीक पद्मा नदी के वॉटर चैनल में पेट्रोल पर गए. उन्होंने कहा कि बीजीबी पेट्रोल ने भारतीय मछुआरे को रिहा नहीं किया और बीएसएफ टीम को भी घेरने की कोशिश की.
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अधिकारी ने कहा, “मामला बिगड़ता देख बीएसएफ दल तुरंत लौट आया. लौट रहे बीएसएफ दल पर बीजीबी के एक जवान ने एके-47 राइफल से गोलीबारी शुरू कर दी.”
उन्होंने कहा कि हेड कांस्टेबल के सिर में गोली लगी और उनकी मौत हो गई वहीं एक कांस्टेबल के हाथ में गोली लगने पर उसे बेहरामपुर स्थित मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल ले जाया गया है. बताया जा रहा है कि प्रणब मंडल नाम का मछुआरा कथित तौर पर अभी भी बीजीबी की हिरासत में है.
बीजीबी के डायरेक्टर जनरल ने घटना की जांच का भरोसा दिया है. घटना के मद्देनजर 4,096 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
(इनपुट: IANS और PTI)
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