बीएसपी नेता राजेश यादव की इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई. सोमवार को देर रात यूनिवर्सिटी के ताराचन्द हॉस्टल के पास राजेश यादव को बदमाशों ने गोलियां मारीं.
यादव ने 2017 में भदोही जिले की ज्ञानपुर सीट से चुनाव भी लड़ा था, इसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, राजेश अपने दोस्त डॉक्टर मुकुल के साथ आधी रात को घर से निकले थे. डॉ मुकुल का कहना है कि ताराचंद हॉस्टल के बाहर 2:30 बजे कुछ लोगों का राजेश से विवाद हो गया, जिसमें उन्हें गोली मार दी गई.
डॉ मुकुल के मुताबिक, इसके बाद वे उन्हें लेकर हॉस्पिटल आए. लेकिन तब तक राजेश की मौत हो गई. बदमाशों ने राजेश की कार में तोड़फोड़ भी की.
राजेश की पत्नी ने दोस्त पर लगाया आरोप
राजेश की पत्नी के मुताबिक, रात 1:30 बजे उनकी आखिरी बार राजेश से बात हुई, तब राजेश ने कहा था कि वे एक से डेढ़ घंटे में घर पहुंच जाएंगे. इसके बाद तीन बजे उन्हें घटना की जानकारी मिली और वे डॉ मुकुल के क्लीनिक पहुंचे. बताया जा रहा है राजेश ताराचंद हॉस्टल में किसी से मिलने गए थे.
कार्यकर्ताओं ने की तोड़फोड़
हत्या के बाद बड़ी संख्या में बीएसपी कार्यकर्ता इकट्ठे हो गए. आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने पुलिस के खिलाफ नारे लगाए और यूपी रोडवेज की बसों में आगजनी की.
इन लोगों ने पुलिस पर पत्थरबाजी भी की. दैनिक भास्कर के मुताबिक, विरोध कर रहे 8 लोगों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है.
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