मेरठ के एसपी सिटी का धमकी भरा एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें वो कुछ लोगों को धमकी देते हुए पाकिस्तान चले जाने की नसीहत दे रहे हैं. वीडियो में वो कहते दिख रहे हैं, “खाओगे यहां का और गाओगे कहीं और का. चले जाओ पाकिस्तान.”
फिलहाल वीडियो के वायरल होने के एसपी अखिलेश नारायण सिंह ने सफाई दी है. उन्होंने कहा, “हमें देखकर कुछ लड़कों ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए और भागने लगे. मैंने उनसे कहा कि अगर आप पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते हैं और भारत से इतनी नफरत करते हैं तो पाकिस्तान चले जाएं.”
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, ये वीडियो 20 दिसंबर का है. जब जुमे की नमाज के बाद नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हो रहे प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया था. इसी दौरान सिटी एसपी और अखिलेश नारायण सिंह और एडीएम अपनी टीम के साथ प्रदर्शनकारियों को खदेड़ते हुए एक गली में पहुंच जाते हैं.
इसी दौरान एसपी सिटी ने वहां खड़े लोगों से कहा,
“कहां जाओगे? इस गली को मैं ठीक कर दूंगा. गाली जो पड़ती है ना, पीली पट्टी बांध रहे हो. बता रहा हूं, उनको कहना पाकिस्तान चले जाएं.
तभी एडीएम ने वहां खड़े दो लोगों से कहा,
“फ्यूचर काला होने में लगेगा सेकंड, एक सेकंड लगेगा. पट्टी काला, सब काला हो जाएगा. जिंदगी काली हो जाएगी.”
तब ही सिटी एसपी कहते हैं कि देश में नहीं रहने का मन है तो चले जाओ भैया. खाओगे यहां और गाओगे कहीं और का. फिर वो गाली देते हुए कहते हैं कि बता देना इन लोगों को. इस गली को मैं ठीक कर दूंगा. इसके बाद एडीएम सिटी उन लड़कों की फोटो लिए जाने की बात करते हैं और कहते हैं कि चार थे, चारों की फोटो ले ली है.
“गली में कुछ हो गया तो तुम लोग कीमत चुकाओगे”
वीडियो में सिटी एसपी आगे कहते दिख रहे हैं कि ये गली मुझे याद हो गई है याद रखना, और जब मुझे याद हो जाता है तो मैं नानी तक पहुंचता हूं. याद रखिएगा आप लोग. इस गली में कुछ हो गया तो तुम लोग कीमत चुकाओगे.
इस वीडियों में वहां मौजूद लोग कहते सुनाई दे रहे हैं कि यह गलत बात है. लेकिन एसपी बार-बार लौटकर आकर लोगों से कह रहे हैं, 'इस गली में कुछ हो गया तो तुम लोग कीमत चुकाओगे, आना फिर.' साथ ही वह अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते भी सुनाई दे रहे हैं.
पुलिस की तरफ से सफाई- धैर्य का काम किया, वहां फायरिंग नहीं की
मामले की गंभीरता को देखते हुए मेरठ के एडीजी प्रशांत कुमार ने सफाई दी है. उन्होंने कहा,
मैं ये साफ कर देना चाहता हूं कि सिर्फ एसपी सिटी ही नहीं बल्कि शहर के एडीएम भी वहां मौजूद थे. वीडियो से साफ है कि वहां पथराव हो रहा था. वहां भारत विरोधी नारे लग रहे थे. पड़ोसी देश जिंदाबाद के नारे लग रहे थे, पीएफआई के पर्चे बांटे जा रहे थे, उस दिन मेरठ की स्थिति बहुत तनावपूर्ण थी. लाखों लोग सड़क पर थे. तमाम धार्मिक गुरुओं के अपील के बावजूद लोगों ने बात नहीं सुनी. एसी स्थिती में अधिकारियों ने यही कहा कि आपको जाना है तो जाएं पत्थरबाजी ना करें. और मैंने पहचान लिया है लोगों को.
एडीजी ने आगे कहा कि वहां खड़े लोगों को पुलिस ने कुछ नहीं किया. "ये हो सकता था कि सामान्य परिस्थिति में अगर आप बात करते तो शब्दों का चयन हो सकता था. लेकिन जो हालात थे वैसी स्थिति में उन लोगों ने धैर्य का का काम किया. वहां कोई फायरिंग नहीं की. और कठिन हालात में स्थिति को कंट्रोल किया."
बता दें कि मेरठ में नागरिकता कानून के विरोध में हुई हिंसा में अबतक 5 लोगों की मौत हो चुकी है. साथ ही 100 से ज्यादा लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
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