उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून का विरोध तेज होता जा रहा है. इससे जुड़ी हिंसा में अब तक 11 लोगों की मौत हो गई है. स्कूल-कॉलेज बंद कर दिये गए हैं और पूरे राज्य में धारा 144 लागू है. कई जिलों में इंटरनेट भी बंद है.
ताजा रिपोर्ट के मुताबिक मुरादाबाद पुलिस ने लाठी चार्ज किया है और आंसू गैस के गोले दागे हैं. पुलिस ने ये कार्रवाई तब तक जब लोगों ने एक थाने पर पथराव किया. शनिवार को दिल्ली स्थित यूपी भवन के सामने भी प्रदर्शन हुए हैं.
मरने वालों में आठ साल का बच्चा भी
जिन ग्यारह लोगों की मौत हुई है, उनमें से चार मेरठ में हुई हैं. आठ साल के बच्चे की मौत वाराणसी में हुई. ये बच्चा उस भगदड़ की चपेट में आ गया जब पुलिस प्रदर्शनकारियों को खदेड़ रही थी. बाकी छह लोगों की मौत बिजनौर, लखनऊ, संभवल, फिरोजाबाद और कानपुर में हुई. राज्य के अलग-अलग हिस्सों में हुई है. गोरखपुर, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, बहराइच, मुजफ्फरनगर, कानपुर, उन्नाव, भदोही में जुमे की नमाज के बाद भीड़ की पुलिस से झड़पें हुईं. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव भी किया. जवाब में पुलिस ने भी लाठीचार्ज किया. राज्य में सैकड़ों की तादाद में लोग गिरफ्तार किए गए हैं.
अब जबकि NDA के अंदर से भी नागरिकता कानून के खिलाफ आवाज उठने लगी है, केंद्र को नागरिकता कानून पर अड़ियल रवैया छोड़ देना चाहिए.मायावती, बीएसपी सुप्रीमो
धारा 144, स्कूल-कॉलेज बंद, परीक्षाएं रद्द
यूपी में नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध और हिंसा को देखते हुए राज्य में स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी गई है. राज्य में अब भी धारा 144 लागू है. इसके अलावा पॉलिटेक्निक की विशेष परीक्षा और यूपी टीईटी की परीक्षा भी स्थगित कर दी गई है. राज्य के कई इलाकों में इंटरनेट भी बंद है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कुल 28 जिलों में इंटरनेट बंद है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)