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गजब UP पुलिस! 6 साल पहले मरे शख्स के खिलाफ शांति भंग करने का नोटिस

पुलिस ने 93 साल के बूढ़े जोकि पिछले कई महीनों से बिस्तर पर हैं, उन्हें भी नोटिस भेजा है. 

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नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन और हिंसा को देखते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस एक्शन मोड में है, इतना ज्यादा एक्शन की 6 साल पहले दुनिया को अलविदा कह चुके शख्स को शांति को खतरा पहुंचाने वाले लोगों की लिस्ट में डाल दिया है. उत्तर प्रदेश की फिरोजाबाद पुलिस ने 6 साल पहले मरे बन्ने खान के खिलाफ नोटिस जारी किया है.

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द टेलीग्राफ के मुताबिक सोमवार को पुलिस बन्ने खान के बेटे सरफराज के घर पहुंची और उन्हें नोटिस दिया.

उनके बेटे मोहम्मद सरफराज खान ने इस द टेलीग्राफ से बात करते हुए कहा,

‘मेरे पिता, जो छह साल पहले गुजर चुके हैं, लेकिन पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 107 और 116 के तहत मामला दर्ज किया है, क्योंकि उन्हें लगता है कि वे सार्वजनिक शांति भंग कर सकते हैं.’

सरफराज कहते हैं, “उन्होंने कहा कि मेरे पिता को मजिस्ट्रेट के सामने पेश होना होगा और सात दिन के अंदर जमानत लेनी होगी. वरना उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा. जब मैंने उन्हें मेरे पिता का डेथ सर्टिफिकेट दिखाया तो उन्होंने मुझे डांट दिया.”

फिरोजाबाद पुलिस की ओर से जारी नोटिस के मुताबिक, मृतक बन्ने खान को सिटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश होना है. बन्ने खान को 10 लाख रुपये भरकर जमानत लेनी है.

93 साल के बूढ़े शख्स को भी नोटिस

यही नहीं, पुलिस ने 93 साल के फसाहत मीर खान, जोकि पिछले कई महीनों से बिस्तर पर बीमार पड़े हैं, उनके घर भी नोटिस भेजा है. इसके अलावा 90 साल के मीर अंसर हुसैन का नाम भी शांति भंग करने वालों की लिस्ट में है. मीर अंसर अभी हाल ही में दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल से निमोनिया का इलाज करा कर फिरोजाबाद लौटे हैं.

20 दिसंबर को नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के दौरान उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हिंसा हुई थी. हिंसा को देखते हुए पुलिस ने फिरोजाबाद में ऐसे 200 लोगों की पहचान की है, जिनसे फिरोजाबाद की शांति को खतरा है. हालांकि अब बन्ने खान और फसाहत मीर खान जैसे नाम शांति भंग करने वालों में शामिल होने से पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाने लगे हैं.

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