बारिश का फुल- प्रूफ प्लान
- अब ईडन गार्डन में बारिश नहीं करेगी मैच का मजा किरकिरा.
- सौरव गांगुली की अध्यक्षता में कोलकाता क्रिकेट बोर्ड ने स्टेडियम के वॉटर मैनेजमेंट सिस्टम में बड़ा परिवर्तन किया.
- चार घंटे की बारिश के बाद भी 20 मिनट में सूख जाएगा मैदान.
- मैदान को तेजी से ढकने के लिए लाए गए हैं आधुनिक कवर.
अगर आप बेसब्री से भारत और पाकिस्तान के बीच जल्द ही शुरू होने वाले मैच का इंतजार कर रहे हैं. और, साथ ही कोलकाता में सुबह से हो रही बारिश को देखकर परेशान हो रहे हैं तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है. क्योंकि, अब ईडन गार्डन बदल चुका है.
फाइनल मुकाबले पर भी था बारिश का ग्रहण
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने जब ईडन गार्डन को टी-20 विश्व कप के फाइनल की मेजबानी सौंपी थी तो सवाल खड़ा हुआ था कि अगर बारिश ने मैच में बाधा डाली तो मैच का आयोजन कैसे होगा.
सवाल जायज भी है, क्योंकि इससे पहले दो बार मैच के दौरान जब बारिश हुई तो मैच को रद्द करना पड़ा था.
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के आठवें संस्करण में कोलकाता नाइट राइडर्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच हुआ मैच और पिछले साल अक्टूबर में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए मैच में एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी थी.
लेकिन, अब कोई खतरा नहीं
बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) ने कहा है कि इस बार बारिश किसी भी हालत में मैच में बाधा नहीं बनेगी. सीएबी के नवनियुक्त अध्यक्ष पूर्व भारतीय कप्तान सौरभ गांगुली की अगुआई में बोर्ड स्टेडियम के जल निकासी तंत्र को सुधारने की भरपूर कोशिश कर रहा है.
आखिर बारिश से कैसे बचेगा फाइनल मुकाबला
सीएबी की मैदान समिति के मुखिया देबब्रत दास ने कहा है, “हमने जल निकासी की समस्या से निपटने के लिए दिल्ली की एक कंपनी को इसकी देखरेख की जिम्मेदारी सौंपी है. इसके अलावा हम बीसीसीआई के पिच क्यूरेटर दलजीत सिंह की भी सलाह ले रहे हैं. साथ ही हम पूर्व क्षेत्र के क्यूरेटर आशीष भौमिक, इडन गार्डन्स के क्यूरेटर सुजान मुखर्जी, और मैं इस पर एक टीम की तरह काम कर रहे हैं.”
दास ने कहा, “अगर चार घंटे भी बारिश होती है तो भी हम 20 मिनट में मैदान सूखा सकते हैं. अब सिर्फ बाढ़ ही ईडन में मैच रोक सकती है.”
पिछली बार जब यहां मैच खेला गया था तो तत्कालीन पिच क्यूरेटर प्रबीर मुखर्जी ने कहा था कि यहां मैदान को ढकने के लिए पर्याप्त सुविधा नहीं है. लेकिन अब चार महीने बाद आधुनिक सुविधाएं हैं जिसके चलते दिक्कतों से बचा जा सकता है.
उन्होंने कहा, “हमारे पास नए पिच कवर हैं जो हल्के हैं और जिन्हें आसानी से लपेटा जा सकता है. मैदान के आधुनिक कवर भी जल्द ही हमारे पास होंगे.”
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)