हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के परवाणू टिम्बर ट्रेल (Parwanoo Timber Trail) के केबल कार सिस्टम में तकनीकी खराबी के कारण 2 वरिष्ठ नागरिकों और 4 महिलाओं सहित 15 लोग 2 केबल कार ट्रॉली में फंस गए थे . न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के अनुसार हिमाचल प्रदेश आपदा प्रबंधन के प्रमुख सचिव ओंकार चंद शर्मा ने जानकारी दी कि डाउनहिल ट्रॉली में फंसे 11 लोगों में से सभी 11 को बचा लिया गया है. साथ ही जो ट्रॉली ऊपर से नीचे आती है उनमें 4 लोग फंसे थे, उनको पहले ही बचा लिया गया था.
मुख्यमंत्री ठाकुर मौके के लिए रवाना
सूबे के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ट्वीट करके जानकारी दी है कि घटना की जानकारी मिलते ही वह खुद मौके के लिए रवाना हो रहे हैं. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि
"सोलन के परवाणू टिंबर ट्रेल में फंसे पर्यटकों का रेस्क्यू अभियान जारी है. घटना की जानकारी मिलते ही मैं स्वयं मौके पर जा रहा हूं. प्रशासन मौके पर है और एनडीआरएफ व प्रशासन की मदद से जल्द सभी यात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया जाएगा."
बता दें कि केबल कार टिम्बर ट्रेल प्राइवेट रिसॉर्ट की एक लोकप्रिय विशेषता है, जो चंडीगढ़ से कसौली और शिमला के मार्ग पर लगभग 35 किलोमीटर दूर स्थित है. यहां लोग अक्सर आते हैं क्योंकि परवाणू का यह क्षेत्र हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ के साथ लगा हुआ है और हिमाचल प्रदेश के केंद्र में है.
परवाणू में ही अक्टूबर 1992 में इसी तरह की एक घटना हुई थी, जब सेना और वायु सेना द्वारा एक ऑपरेशन में 10 लोगों को बचाया गया था,जबकि एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.
कुछ ही महीने पहले 11 अप्रैल को झारखंड के त्रिकूट पहाड़ियों में हुई इसी तरह की घटना में तीन लोगों की मौत हुई थी.
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