सीबीएसई ने पेपर लीक की अफवाहों के खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. सीबीएसई द्वारा आयोजित बोर्ड परीक्षाएं 15 फरवरी 2020 से शुरू हो चुकी हैं. सीबीएसई सचिव अनुराग त्रिपाठी ने बुधवार को पुलिस को भेजी गई शिकायत के बारे में कहा, "बोर्ड के संज्ञान में आया है कि कई असामाजिक तत्व सीबीएसई प्रश्नपत्र देने जैसे फर्जी संदेश अपलोड कर रहे हैं. ये लोग अभ्यर्थियों से भुगतान करने के लिए कह रहे हैं, यूट्यूब पर सीबीएसई प्रश्नपत्रों के लीक होने के बारे में फर्जी वीडियो डाल रहे हैं और कई विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को गुमराह कर रहे हैं.
त्रिपाठी ने कहा,
“फेक न्यूज और अफवाह फैलाने वालों की पहचान करने और उनके विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए बोर्ड सतर्क और सक्रिय है. अब तक विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों और व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई शुरू कर दी गई है. ऐसे लोगों के खिलाफ भी सीबीएसई सख्त है जो फर्जी और आधारहीन शिकायतें कर रहे हैं.”
सीबीएसई ने दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल को सीबीएसई परीक्षा के पेपर लीक के बारे में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी खबरें प्रसारित करने और छात्रों और पब्लिक में दहशत पैदा करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए लिखा है. सीबीएसई चाहती है कि सख्त प्रावधानों के तहत एफआईआर दर्ज करने और दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए.
सीबीएसई इस तरह की शिकायत करने वाले व्यक्तियों का भी पता लगाने की कोशिश करा रहा है. बोर्ड लगातार यूट्यूब और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऐसे और लिंक और दूसरे अपलोड का पता लगाएगा.
बोर्ड ये भी पहचान करेगा कि वो कौन लोग हैं जो बोर्ड के प्रश्न पत्रों के होने का झूठा दावा करते हैं. ऐसे शरारती तत्वों के खिलाफ उचित और सख्त कार्रवाई करने के लिए दिल्ली पुलिस में शिकायतें दर्ज करेगा.
इस बीच सीबीएसई ने स्टूडेंट्स और उनके अभिभावकों से अपील की है कि वो नकली, असत्यापित बातों पर विश्वास न करें. साथ ही इनमें किसी भी तरह से शामिल न होने और हर कीमत पर परीक्षाओं की पवित्रता बनाए रखने की अपेक्षा की है.
यह भी पढ़ें: CBSE हो या SSC, सिस्टम फेल है, क्वेश्चन पेपर ‘ON SALE’ है...
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)