कॉम्पिटीशन कमीशन ऑफ इंडिया ( सीसीआई ) ने आपस में साठगांठ के मामले में तीन एयरलाइन कंपनियों पर 54 करोड़ रुपये से ज्यादा का जुर्माना लगाया है. सीआईआई ने जेट एयरवेज, स्पाइसजेट और इंडिगो पर जुर्माना लगाया है.
बता दें कि इन एयरलाइंस कंपनियों पर कार्गो ट्रांसपोर्ट पर फ्यूल सरचार्ज की फिक्सिंग के मामले में दोषी पाए जाने पर यह जुर्माना लगाया गया है. यही नहीं सीसीआई ने इन तीनों एयरलाइंस कंपनियों को एंटी कॉम्पिटीटिव प्रैक्टिसेज ‘रोकने और बचने’ के निर्देश भी दिए हैं.
जेट एयरवेज को लगा सबसे ज्यादा जुर्माना
सीसीआई के मुताबिक, सबसे ज्यादा फाइन जेट एयरवेज को लगा है. जेट एयरवेज को 39.81 करोड़ रुपए फाइन जमा करना होगा. वहीं इंडिगो पर 9.45 करोड़ रुपए और स्पाइसजेट पर 5.10 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया है.
सीसीआई ने कहा है,
इन कंपनियों ने कॉम्पिटीशन एक्ट की धारा तीन का उल्लंघन किया है. कार्गो ट्रांसपोर्ट किराए में 20 से 30 प्रतिशत हिस्सा सरचार्ज का होता है और इसके बढ़ने से कार्गो की लागत बढ़ जाती है.
किस आधार पर तय हुआ जुर्माना
रेग्युलेटर के मुताबिक, एयरलाइंस ने एफएससी रेट्स की फिक्सिंग और रिवीजन में मिलीभगत के साथ काम किया, जो कॉम्पिटीशन नियम का उल्लंघन है. रिलीज में कहा गया, ‘संबंधित अवधि के दौरान एयरलाइंस की इकोनॉमिकल हालात पर गौर किया गया और देखा गया कि कुल कार्गो रेवेन्यू में एफएससी की हिस्सेदारी लगभग 20 से 30 फीसदी है. इसे देखते हुए कमीशन ने बीते तीन साल के टर्नओवर के औसत की 3 फीसदी की दर से पेनाल्टी लगाई गई.’
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