दिल्ली (Delhi) के जहांगीरपुरी (Jahangirpuri) में हुए अतिक्रमण में मस्जिद का गेट और राजस्थान के अलवर में शिव मंदिर (Shiv Mandir) तोड़े जाने पर जोरदार सियासत जारी है. यह सियासी संग्राम अब दिल्ली में काबिज आम आदमी पार्टी को भी जंचने लगा है. दिल्ली में श्रीनिवासपुरी नीलकंठ मंदिर (Srinivaspuri Neelkanth Temple) लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी अब आमने सामने है.
आम आदमी पार्टी (आप) नेता आतिशी ने शनिवार 23 अप्रैल को केंद्र द्वारा जारी एक नोटिस शेयर किया जिसमें दिल्ली के श्रीनिवासपुरी इलाके में एक मंदिर को गिराने का आदेश दिया गया था.
आप नेता ने ट्वीट किया, "बीजेपी की केंद्र सरकार ने श्रीनिवासपुरी में नीलकंठ महादेव मंदिर पर बुलडोजर चलाने का आदेश दिया है."
नोटिस के मुताबिक मंदिर को बिना किसी अनुमति के सरकारी जमीन पर बनाया गया है. नोटिस में कहा गया है कि सात दिनों के अंदर जमीन खाली करनी होगी नहीं तो यह ढांचा गिरा दिया जाएगा.
आप विधायक आतिशी ने इस आदेश के खिलाफ एक विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा कि, "लोग इसके बाद सदमे में हैं, उन्होंने अपना मन बना लिया है और इस मंदिर को नहीं टूटने देंगे. बीजेपी पैसे की लालसा को रोक नहीं पा रही है, मंदिरों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है."
"यह केंद्र सरकार का नोटिस है और बीजेपी लोगों को समझाने की कोशिश कर रही है कि या तो वे पैसे दें या फिर हम मंदिरों को ध्वस्त कर देंगे. यह पूरी तरह से अन्याय है, मंदिर आस्था का प्रतीक है और नोटिस देना और इसे गिराना अनुचित है."आतिशी, आप विधायक
राजस्थान के अलवर में 300 साल पुराने शिव मंदिर के विध्वंस और 20 अप्रैल को राष्ट्रीय राजधानी के जहांगीरपुरी इलाके में दिल्ली के बीजेपी शासित उत्तर नगर निगम द्वारा किए गए अतिक्रमण विरोधी अभियान के बीच चल रहे विवाद के बीच अब दिल्ली में यह नया विवाद होता नजर आ रहा है.
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