लोकसभा चुनाव के बाद भी पश्चिम बंगाल में हिंसा जारी है. इस हिंसा के बाद केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल की मौजूदा स्थिति पर गहरी चिंता जताई है और बंगाल सरकार को कड़े शब्दों में एडवाइजरी जारी कर लताड़ा है. गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, केंद्र सरकार ने बंगाल सरकार से कहा है, "पिछले हफ्तों के दौरान राज्य में लगातार हिंसा जारी है ,लगता है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने और लोगों में भरोसा जगाने में राज्य की कानून मिशनरी नाकाम है."
एडवाइजरी में कहा गया है, "ये सुनिश्चित कराने की सख्त सलाह दी जाती है कि कानून-व्यवस्था, शांति और सार्वजनिक सद्भाव बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं." एडवाइजरी में आगे कहा गया है, "ये भी अनुरोध किया जाता है कि लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए़."
ये एडवाइजरी ऐसे समय में जारी किया गया है, जब शनिवार को उत्तर 24 परगना जिले में चुनाव बाद हिंसा में कथित रूप से चार लोगों की मौत हो गई. इसके पहले भी हिंसक घटनाएं हुई थीं, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (TMC) के लोग शामिल थे.
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में तनाव बरकरार
पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना के संदेशखाली क्षेत्र में रविवार को भी तनाव बरकरार है. बीजेपी और टीएमसी दोनों ही पार्टियां एक-दूसरे पर इस हिंसा की साजिश रचने का आरोप लगा रही है. नाजट पुलिस थाना क्षेत्र में आने वाले संदेशखाली और इसके आस-पास के इलाकों में बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारियों की तैनाती की गई है. यहां शनिवार रात हिंसा भड़क उठी थी.
BJP-TMC का दावा, उनके कार्यकर्ता लापता
बंगाल में बीजेपी और टीएमसी दोनों ही पार्टियां दावा कर रही हैं कि उनके कार्यकर्ता लापता हैं. रविवार को बीजेपी ने दावा किया है कि इस झड़प में उनके पांच समर्थक मारे गए हैं. वहीं तृणमूल कांग्रेस का दावा है कि उसके छह कार्यकर्ता लापता हैं. टीएमसी के एक कार्यकर्ता और बीजेपी के दो समर्थकों के शवों की पहचान एक स्थानीय अस्पताल में उनके परिवार वालों ने कर ली है.
रविवार सुबह से पुलिस कथित तौर पर लापता बताए गए लोगों की तलाश कर रही है. लोकसभा चुनाव के बाद हुई ये ‘सबसे भयानक हिंसा’ है.
सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखते हुए बीजेपी नेता मुकुल रॉय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर अपनी बैठकों और भाषणों के जरिए बंगाल में राजनीतिक शत्रुता बढ़ाने का आरोप लगाया. रॉय रविवार को पार्टी के सात सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व इस हिंसाग्रस्त क्षेत्र में करेंगे. वहीं राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक का कहना है कि हो सकता है कि तृणमूल कांग्रेस के लापता कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई हो.
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